देवताओं के नाम से सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर माफिया रख रहे अफसरों पर नजर
यमुनानगर जिले में अवैध काम करने वाले सोशल मीडिया के माध्यम से अफसरों पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने इसके लिए देवताओं के नाम पर वाट्सएप ग्रुप बना रखे हैं।
यमुनानगर, [पोपीन पंवार]। तू डाल डाल मैं पात पात। ये खेल इन दिनों अधिकारी और अवैध धंधा करने वालों के बीच चल रहा है। अवैध खनन माफिया, ओवरलोड व गैरकानूनी धंधा करने वालों ने अधिकारियों पर नजर रखने के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं। इनके नाम भगवानों के नाम पर रखे हुए है, ताकि पकड़ में न आए सकें।
हर अधिकारी की गाड़ी के पीछे रहता अवैध धंधा करने वालों का जासूस
ग्रुप में विपक्ष, सत्ता व मंत्रियों के रिश्तेदार तक के नंबर जुड़े हुए है। दैनिक जागरण को इन ग्रुपों की चैटिंग व ऑडियो मिली है, जो हैरान करने वाली है। जितनी जानकारी ग्रुप सदस्यों को है, उतनी शायद अधिकारियों को खुद भी नहीं होगी।
ये रखे हुए है ग्रुपों के नाम
हरिओम वन व टू, श्रीराम, राधे श्याम सहित अन्य ग्रुप में अधिकारियों की हर गतिविधि डाली जाती है। सूत्रों के मुताबिक इन ग्रुप में नंबर एड कराने के लिए हर सदस्य से दो हजार रुपए लिए जाते हैं। हरिओम ग्रुप में 230 मेंबर, श्रीराम में 233 व अन्य भी दो सौ से अधिक सदस्य जुड़े हुए है।
अफसरों की हर गाड़ी के लिए तैनात है मुखबिर
पुलिस, आरटीओ, एडीसी, एसडीएम, डीसी, एसपी, डीएफसी, खनन विभाग, इनकम टैक्स, सेल्स टैक्स व एसआइटी टीम पर जितनी भी गाडिय़ां है। ग्रुप चलाने वालों के पास सभी के नंबर नोट हैं। मुखबिर की ड्यूटी सरकारी कर्मचारियों की तरह लगाई है। उनका एरिया भी तय है। एरिया के हिसाब से गाडिय़ों के नंबर दिए हुए है। जैसे ही अधिकारी की गाड़ी चलती है। उसके पीछे मुखबिर लग जाते हैं। सूचना ग्रुप पर शेयर कर देते हैं।
ऑडियो, फोटो व चैटिंग से करते है अपडेट
सुबह 10: 05 पर एसडीएम की गाड़ी की लोकेशन मांगी गई। 444 गाड़ी के बारे में बताया कि शाम तक ये गाड़ी रेलवे स्टेशन पर रहेगी। 2:26 पर कुरुक्षेत्र आरटीए 0044 ओके व अंबाला आरटीए 0018 चेकिंग पर बताया गया। बुधवार शाम पांच बजे तक गाड़ी नंबर 888, 666, 555, 444, 222 सेल टैक्स की लोकेशन ओके बताई गई। गाडिय़ों नंबर भी शेयर किए गए। चार बजे सोनू नाम के व्यक्ति से लाडवा की अपडेट मांगी गई। तीन मिनट बाद ओके की रिपोर्ट दी गई।
हरियाणा-उत्तर प्रदेश के लोग जुड़े हैं ग्रुप से
ग्रुप में यमुनानगर के अलावा, पानीपत, सोनीपत, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पेहवा, सहारनपुर, मेरठ, लखनऊ, बिजनौर के लोगों को जोड़ा गया है। लोकेशन के बाद यदि किसी वाहन पर कार्रवाई होती है तो उनका जुर्माना ग्रुप चलाने वाले को अदा करना होता है।
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'' वाट्सएप ग्रुप का मामला मेरी जानकारी में नहीं है। जानकारी में आएगा तो कार्रवाई कर देंगे।
- कुलदीप सिंह, एसपी, यमुनानगर।