जिलाभर में धूमधाम से मनाई गई भगवान वाल्मीकि जयंती
यमुनानगर भगवान वाल्मीकि जयंती शनिवार को जिलाभर में धूमधाम से मनाई गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : भगवान वाल्मीकि जयंती शनिवार को जिलाभर में धूमधाम से मनाई गई। कोरोना वायरस बीमारी के चलते इस बार शोभायात्रा नहीं निकल सकी। इसलिए लोगों ने उन्हें गांव स्तर पर ही मंदिरों में याद किया। मंदिरों में हवन किए गए तो कहीं उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। गांवों में भंडारे का भी आयोजन किया गया।
नगर निगम के अंतर्गत आने वाले रटौली गांव में रामायण के रचियता आदिकवि सृष्टिकर्ता भगवान वाल्मीकि की जयंती मनाई गई। वाल्मीकि मंदिर के सेवादार रोशन लाल ने बताया कि सुबह मदिर के प्रांगण में मंत्रोच्चारण कर हवन किया गया। ग्रामीणों ने हवन में आहुति डालकर सुख समृद्धि की कामना। इसके बाद झंडे की रस्म अदा की गई। ग्रामीणों को भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया।मंदिर के प्रांगण में महिला मंडली की उषा रानी, सुमन रानी, प्रीति, ममता रानी, राजो देवी ने वाल्मीकि के जीवन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। मौके पर लज्जा राम, आसकर्ण, सोनू, धर्मपाल, सत्ता राम, भूरा, राजन, गोल्डी, हरिचंद, विनोद कुमार, साहिल अंकुश कुमार, हिमांशु, रिशु, अमन कुमार मौजूद रहे।
उधर, चाहड़ो में महर्षि वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाई गई। मंदिर के सेवादार बक्शी राम ने बताया कि मंदिर के प्रांगण में सबसे पहले हवन किया गया जिसमें सभी लोगों ने आहुति डाली। समाजसेवी सुभाष चाहड़ो ने मदिर में भंडारे के लिए बर्तन व सहयोग राशि भेंट की। मंदिर कमेटी के सदस्यों ने सुभाष का फूल मालाएं पहना कर अभिनंदन किया। मौके पर अशोक कुमार, मलकीत, बरखा राम, काला राम, हरबस, रमेश कुमार, दिनेश कुमार, जंगशेर, मगी राम, अजय कुमार मौजूद रहै। उधर, सरस्वतीनगर के कुलचंदू व छप्पर गांव में जिला परिषद सदस्य रीटा रानी ने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए बहुत खुशी का दिन है। क्योंकि महापुरुषों से ही हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। हमें समाज में बुराइयों से बचकर एकता व भाईचारे का संदेश देते हैं। शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए। उन्होंने स्त्री शिक्षा पर विशेष बल दिया। उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही नीतियों से अवगत कराया। मौके पर सतीश कुमार, राजकुमार, राकेश, राहुल, रवि मौजूद रहे।