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बयाना लेकर जमीन पर बैंक से लिया लोन, 22 लाख रुपये हपड़पने के आरोप में केस दर्ज

फैक्ट्री बेचने के नाम पर करतारपुर में जैन की चक्की के निकट रहने वाले दो भाइयों व उनकी मां ने अमर विहार कालोनी के आकाश दीप से 22 लाख रुपये ठग लिए। जमीन का बयाना लेकर उसी जमीन पर यूको बैंक से 25 लाख रुपये का लोन लेने का आरोप है। पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपितों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Jul 2021 07:40 AM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 07:40 AM (IST)
बयाना लेकर जमीन पर बैंक से लिया लोन, 22 लाख रुपये हपड़पने के आरोप में केस दर्ज

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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फैक्ट्री बेचने के नाम पर करतारपुर में जैन की चक्की के निकट रहने वाले दो भाइयों व उनकी मां ने अमर विहार कालोनी के आकाश दीप से 22 लाख रुपये ठग लिए। जमीन का बयाना लेकर उसी जमीन पर यूको बैंक से 25 लाख रुपये का लोन लेने का आरोप है। पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपितों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया।

आकाश दीप गर्ग ने हुडा सेक्टर-17 थाना में दी शिकायत में कहा कि करतारपुरा में जैन की चक्की के निकट रहने वाले दोनों भाई प्रभात दत्ता व तुषार दत्ता ने उसे बताया कि उनकी मां रमा दत्ता ने उनके नाम 17 कनाल दो मरले की जमीन करवा रखी है। इसमें छह कनाल सात मरले में मशीनरी व फैक्ट्री लगी हुई है। वह इस जमीन को बेचना चाहते हैं। इसका इंतकाल कराने के लिए उन्होंने तहसील में आवेदन किया हुआ है। 11 दिसंबर 2018 को 22 लाख रुपये में उसने जमीन का सौदा तय कर लिया। साढ़े सात लाख रुपये का भुगतान कर उसने जमीन का ब्याना अपने नाम लिखवा लिया। रजिस्ट्री की तारीख 10 मई 2019 तय की गई। जनवरी 2019 में आरोपितों ने उससे कहा कि उन्हें पांच लाख रुपये की सख्त जरूरत है। क्योंकि वह कहीं ओर जमीन खरीद रहे हैं। इसके लिए उन्हें बयाना देना है। उसने रुपये उन्हें दे दिए। मई 2019 में दोनों भाई अपनी मां के साथ उसके पास आकर कहने लगे कि वह बकाया राशि उन्हें दे दें। वह फैक्ट्री की जमीन पर उसे कब्जा दिला देते हैं। जमीन की रजिस्ट्री बाद में होती रहेगी। उसने बकाया साढ़े नौ लाख रुपये आरोपितों को देकर फैक्ट्री पर अपना कब्जा ले लिया। जब उसने उन्हें जमीन की रजिस्ट्री कराने को कहा तो वह टाल मटोल करने लगे। इस पर 10 जनवरी 2020 को उसने वकील के माध्यम से उन्हें नोटिस भेजा। नोटिस के आधार पर वह 22 जनवरी को रजिस्ट्री कराने के लिए तहसील में पहुंच गया। उसने सारे अष्टाम पेपर भी खरीद लिए थे, परंतु आरोपित वहां पर नहीं आए। कोरोना महामारी की वजह से वह फैक्ट्री में नहीं जा सका। मई 2021 के आखिरी सप्ताह में वह फैक्ट्री गया तो देखा कि वहां यूको बैंक जगाधरी का बोर्ड लगा था। वहां उसके ताले के साथ एक अन्य ताला भी लगा हुआ था। साथ ही फैक्ट्री से मशीनरी भी गायब थी। पूछताछ में पता चला कि आरोपितों ने उससे ब्याना लेने के बावजूद बैंक से लोन ले लिया था। बैंक जाकर पता चला कि उन्होंने इस जमीन पर 25 लाख रुपये का लोन लिया है। आकाशदीप का आरोप है कि आरोपितों ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर उसके साथ धोखा करते हुए उसके 22 लाख रुपये ठग लिए। जांच अधिकारी एएसआइ रामकुमार का कहना है कि उक्त तीनों लोगों पर केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच जारी है।


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