कूड़े में आग लगा आबोहवा में घोल रहे जहर
शहर में कभी खाली प्लाट तो कभी सरेराह कूड़े को जलाया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, जगाधरी
शहर में कभी खाली प्लाट तो कभी सरेराह कूड़े को जलाया जा रहा है। शनिवार को श्रीनगर कालोनी स्थित एक खाली प्लाट में शाम के समय कूड़ा जलता देखा गया। उससे निकलने वाले काले व जहरीले धूएं की वजह से शहर में प्रदूषण के स्तर में इजाफा तो हुआ ही, साथ ही आसपास के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पर्यावरणविद् डा. अजय कुमार का कहना है कि जिन क्षेत्रों में कूड़ा जलाया जाता है, वहां पर धूएं व जहरीली गैसिज की वजह से लोगों का निकलना भी दूभर हो जाता है। वहीं शहरवासियों का कहना है कि जगह जगह पर कूड़ा जलाना आम बात है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नगर निगम के अधिकारियों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
शनिवार को दिनभर प्रदूषण का स्तर संतोषजनक दर्ज किया गया। शाम चार बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 98 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया। शाम के समय जब कूड़े में आग लगाई गई, तो प्रदूषण के स्तर में इजाफा हो गया। आंकड़ा बढ़कर 190 माइक्रोग्राम प्रतिघनमीटर तक पहुंच गया। जो कि खराब स्थिति में माना जाता है। श्रीनगर कालोनी निवासी प्रेम कुमार, राजेश कुमार व अजय ने बताया कि शाम के समय किसी ने खाली प्लाट में पड़े कूड़े में आग लगा दी। जिसके बाद उसमें से काला धुआं व जहरीला धुआ निकलता देखा गया। जिस कारण राहगीरों के साथ-साथ आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। क्षेत्रवासी प्रमेाद, नीरज व सुबोध का कहना है कि शहर में आए दिन कहीं न कहीं पर कूड़े को आग के हवाले कर दिया जाता है। जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी कूड़े को उठाने की बजाए, उसे आग के हवाले कर देते हैं। इससे उनका काम तो कम हो जाता है, लेकिन प्रदूषण की वजह से लोगों का काम बढ़ जाता है। पर्यावरणविद् डॉ. अजय का कहना है कि कूड़े में अगर पॉलीथिन है और उसमें आग लगाई जाती है, तो डायोक्सीन नामक गैस निकलती है। जो अत्याधिक प्रदूषण करती है। अगर कूड़े में प्लास्टिक भी शामिल है, तो कार्बनडाइ ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड व अन्य जहरीली गैसिज निकलती है। जो पर्यावरण के लिए तो हानिकारक है ही साथ ही लोगों के स्वास्थ्य पर विपरित असर डालती है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी निर्मल कश्यप का कहना है कि कूूड़े में आग लगाना सही नहीं है। नगर निगम अधिकारियों से बात कर इस समस्या का निदान करवाया जाएगा।