शराब ठेकेदार सुशील कुमार गिरफ्तार, विरोध में दुकानें बंद
रविवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जमानत मिल गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
दो दिन पहले इंडस्ट्री एरिया में गोदाम के सामने से सीआइए टू ने जिस ठेकेदार सुशील कुमार का शराब का ट्रक पकड़ा। उसे रविवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जमानत मिल गई। वहीं सुशील कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में लिकर एसोसिएशन ने शराब की दुकानें बंद रखी। पहले प्रशासन से इस संबंध में बात करने के लिए शराब ठेकेदारों ने जाने का निर्णय लिया था, लेकिन बाद वह प्रतिनिधिमंडल डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मिला।
शराब ठेकेदार सुशील कुमार व यमुना वाइन के संचालक अमरजीत का कहना है कि कोरोना के इस समय में शराब ठेकेदार सरकार को राजस्व देने के लिए ठेके खोल रहे हैं। किसी तरह की चोरी नहीं की। सुशील कुमार का चालक तिरपाल ठीक रहा था। उसे पुलिस ने पकड़ लिया। उनके पास सभी बिल हैं। इसके बावजूद भी यह कार्रवाई की गई। इसलिए विरोध स्वरूप ठेके बंद किए गए थे। बाद में डीईटीसी के कहने पर ठेके खोले गए। ठेकेदार सरकार का साथ दे रहे हैं। ठेकों पर प्रॉपर सेल नहीं है। इस समय माल की भी किल्लत है। इसलिए सरकार भी ठेकेदारों की मजबूरी समझें। करीब 150 करोड़ रुपये का राजस्व वह सरकार को दे रहे हैं।
ये था मामला -
सीआइए टू की टीम ने इंडस्ट्री एरिया सब्जी मंडी के पास शराब ठेकेदार सुशील कुमार का ट्रक पकड़ा। सुशील कुमार ने मौजूदा सत्र में यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र में शराब के ठेके लिए हैं। अंबाला के ग्रोवर कॉम्पलेक्स में एल-13 गोदाम है। सुशील कुमार हरियाणा डिस्टलरी से शराब ली और उसे अकाल टिबर्स के गोदाम में उतार रहा था। आरोप है कि इस शराब को खुद या साझेदारों के साथ मिलकर अवैध तरीके से महंगे दामों पर सप्लाई किया जाता। ट्रक से 1200 पेटी देसी शराब बरामद हुई। इसका बिल भी ठेकेदार सुशील ने एल-13 ग्रोवर कॉम्पलेक्स अंबाला के नाम पर कटवा रखा था। सीआइए टू इंचार्ज महरूफ अली ने बताया कि आरोपित सुशील कुमार के खिलाफ एक्साइज एक्ट सहित, 420, 61 ए के तहत मामला दर्ज किया था। सुशील को गिरफ्तार किया गया। उसका एक दिन का रिमांड मांगा गया था, लेकिन कोर्ट ने जमानत दे दी। अभी ट्रक चालक भी फरार है। उसकी भी तलाश की जा रही है।