बस चलाने के लिए एक दिन पहले लगाया था जाम, दूसरे दिन बस स्टैंड पर किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सलेमपुर-कोही रूट पर बसों की कमी को लेकर एक दिन पहले जाम लगाने वाले छात्रों ने मंगलवार को बस स्टैंड पर प्रदर्शन किया। उन्होंने रोडवेज जीएम के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही मांग की कि बसों की संख्या को बढ़ाया जाए। बसें चलाने को लेकर छात्रों ने एक ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपा। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि बुधवार से बसों को सही समय पर चलाया जाएगा। इसके बाद उन्हें किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सलेमपुर-कोही रूट पर बसों की कमी को लेकर एक दिन पहले जाम लगाने वाले छात्रों ने मंगलवार को बस स्टैंड पर प्रदर्शन किया। उन्होंने रोडवेज जीएम के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही मांग की कि बसों की संख्या को बढ़ाया जाए। बसें चलाने को लेकर छात्रों ने एक ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपा। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि बुधवार से बसों को सही समय पर चलाया जाएगा। इसके बाद उन्हें किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
राजकीय कॉलेज छछरौली समेत अन्य कॉलेजों के छात्र अजय जोगी ज्ञानेवाला व अक्षय मानकपुर के नेतृत्व में बस स्टैंड के बाहर इकत्रित हुए। उसके बाद बस स्टैंड के अंदर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि गांव रामपुर, चबूतरों, पृथ्वीपुर, जोगीवाडा, मानकपुर, ललहाड़ी मणिपुर, अर्जुन माजरा, ¨चतपुर, लेदी गांवों के छात्रों व लोगों को बसों की संख्या कम होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या पिछले 20 दिनों से आ रही है। पिछले सप्ताह भी उन्होंने छछरौली बस स्टैंड पर भी प्रदर्शन किया था। जीएम को 10 गांवों के सरपंचों के हस्ताक्षर कराकर एक ज्ञापन भी सौंपा था। जीएम ने आश्वासन दिया था कि उनकी मांग को जल्द ही पूरा किया जाएगा। परंतु सोमवार तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। इसलिए छात्र-छात्राओं ने मिलकर जाम लगा दिया था। छात्रों की मांग पर अधिकारियों ने बसों को सुबह साढ़े सात से साढ़े आठ बजे के बीच चलाने की अनुमति दी। साथ ही जो बस पहले लेदी तक जाती थी वो अब ललहाड़ी तक जाएगी। मौके पर अक्षय, रोहित, पवन वर्मा, साहिल, युसुफ, दिलावर, विकास, विशाल, नसीब, संदीप, रोबिन, उदय, गौरव, मोनू, शोएब गुर्जर मौजूद रहे। ये आ रही है समस्या :
- रूट पर दो बसें लगी हुई है जिनके आने जाने का कोई समय नहीं है।
- भीड़ अधिक होने के कारण छात्र बसों में लटक कर कॉलेज पहुंचते हैं।
- बसों की कमी के कारण छात्र सही समय पर कॉलेज में नहीं पहुंच सकते जिससे उनकी पढ़ाई पर बहुत असर पड़ रहा है।
- कॉलेज में देरी से पहुंचने पर लेक्चर पूरे नहीं लगते जिससे उन्हें रोल नंबर लेने में दिक्कत आएगी।
- कई बार छात्रों के कॉलेज से नाम काट दिए गए क्योंकि सही समय पर कॉलेज नहीं पहुंच पाते।
- बस पर लटक कर सफर करने वाले कई छात्रों को गिरकर चोट लग चुकी है।
- लड़कियों को भी खिड़की पर लटक करना पड़ रहा है।