मानवीय मूल्यों का प्रहरी बनना जरूरी : शुक्ल
जातिवादी व छुआछूत तुष्टीकरण व्यवस्था ने समाज को आपसी कटुता का शिकार बना दिया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
राधा कृष्ण मंदिर के महंत आचार्य भगवती प्रसाद शुक्ल ने कहा कि आजादी के बाद लम्बे समय तक सत्तासीन रहे नेताओं ने तुष्टीकरण नीति को अपनाकर भारत की यह दुर्दशा कर दी है। जातिवादी व छुआछूत तुष्टीकरण व्यवस्था ने समाज को आपसी कटुता का शिकार बना दिया है। छुआछूत मुक्त भारत बनाने के लिए मानवीय मूल्यों का प्रहरी बनना होगा। तभी हम एक सभ्य समाज की स्थापना कर सकते हैं। उन्होंने पूरे देश में गो माता को राष्ट्रीय पशु घोषित करने व गो हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने लगाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आज भौतिकवाद की चकाचौंध में हम अपने पुराने संस्कारों को भूलते जा रहे हैं। हमारी प्राचीन संस्कृति ने हमें अपने बड़ो व गुरुजनों का आदर करना सिखाया था, लेकिन आज की युवा पीढ़ी अपने प्राचीन संस्कारों को भूल चुकी है। उन्होंने युवाओं से राम, कृष्ण, स्वामी विवेकानंद, गुरु गोविद सिंह के विचारों पर आधारित जीवन जीने की अपील की।