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गर्मियों में आग लगने पर तंग गलियों में भी पहुंचेगी दमकल बाइक

जागरण संवाददाता यमुनानगर आग लगने पर नुकसान आग लगने पर नुकसान सबसे ज्यादा उन लोगों को होता है जहां पर दमकल विभाग की गाड़ी नहीं पहुंच पाती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। दमकल की ओर से ऐसी बाइक मंगाई गई हैं जो तंग गलियों में भी जा सकेगी। इन पर अग्निश्मन यंत्र की सुविधा है। दमकल केंद्र के अधिकारी पीके दुग्गल का कहना है कि स्टाफ पूरा है। थोड़ी एहतियात बरतने पर आग की घटना से बचा जा सकता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Mar 2019 10:57 AM (IST)Updated: Mon, 11 Mar 2019 10:57 AM (IST)
गर्मियों में आग लगने पर तंग गलियों में भी पहुंचेगी दमकल बाइक

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : आग लगने पर नुकसान सबसे ज्यादा उन लोगों को होता है जहां पर दमकल विभाग की गाड़ी नहीं पहुंच पाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। दमकल की ओर से ऐसी बाइक मंगाई गई हैं, जो तंग गलियों में भी जा सकेगी। इन पर अग्निश्मन यंत्र की सुविधा है। दमकल केंद्र के अधिकारी पीके दुग्गल का कहना है कि स्टाफ पूरा है। थोड़ी एहतियात बरतने पर आग की घटना से बचा जा सकता है। रादौर में जल्द नया दमकल केंद्र खोले जाने की योजना है। 19 गाड़ियां हैं विभाग के पास

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दमकल केंद्र के पास इस वक्त कुल 19 गाड़ियां हैं। इनमें से दो मार्केट कमेटी की हैं। इनमें दो और चार हजार लीटर की चार छोटी गाड़ियां संभाल, आठ और 10 हजार लीटर की छह बाउजर और पांच बाइक हैं। इसके अलावा एक रेस्क्यू वैन है जो बिल्डिंग का मलबा हटाने और सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाने के काम आती है। यहां 95 प्रतिशत स्टाफ कांट्रेक्ट पर हैं। 21 स्थायी कर्मचारी हैं जो यमुनानगर और जगाधरी में सेवाएं दे रहे हैं। दमकल के हैं पांच स्टेशन

दमकल के पांच स्टेशन हैं। हमारी एक गाड़ी खजूरी में, तीन गाड़ी जगाधरी में, एक-एक बिलासपुर और छछरौली में खड़ी होती हैं। बाकी गाड़ियां यमुनानगर में खड़ी होती हैं। इस वक्त साढौरा, सरस्वती नगर, रादौर और प्रताप नगर में कोई गाड़ी खड़ी नहीं होती। ध्यान रहे कि सबसे ज्यादा आगजनी की घटनाएं प्रताप नगर में होती हैं। इसकी दूरी यमुनानगर से 45 किलोमीटर है। यहां तक पहुंचने के लिए काफी देर लग जाती है। गाड़ी के पहुंचने तक आग ग्रामीण बुझा देते हैं।

ये एहतियात बरतें

अधिकारी के अनुसार एहतियात बरत कर आगजनी की घटना पर काबू पाया जा सकता है। गर्मियों में सबसे ज्यादा आग गेहूं की फसल में लगती है। क्योंकि गर्मी ज्यादा होती है और फसल पूरी तरह से सूखी होती है। इसलिए जल्दी आग पकड़ लेती है। किसानों को सबसे पहले चाहिए बिजली के जो तार खेतों में लटके हैं, उन्हें टाइट कराएं। गेहूं निकालते समय पास में पानी से भरा ड्रम जरूर रखें, खेत की नाली में हमेशा पानी भरकर रखें। जिस खेत में आग लगी हो उसमें तुरंत हेरो चला देना चाहिए। सहायता के लिए नंबर

यमुनानगर दमकल केंद्र में 01732-250101, 256101, 101, जगाधरी में 01732-242101, छछरौली में 01735-277101, बिलासपुर में 01735-274101 नंबर पर मदद मांगी जा सकती है।


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