फौजी नसीब की मौत के मामले में पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट ग्रामीण एसपी से मिले, आंदोलन की चेतावनी
कैल-कलानौर हाईवे पर फौजी नसीब सिंह की बाइक पुलिसकर्मी के डंडा मारने से ही अनियंत्रित हुई थी। नागल निवासी रिटायर्ड फौजी अशोक कुमार ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि हादसे के वक्त वह मौके पर थे। उनके सामने ही पुलिसकर्मियों ने डंडा मारा जिस वजह से बाइक फिसलकर गिरी और पीछे से आ रहे ट्रक ने तिगरा निवासी फौजी नसीब सिंह को कुचल दिया
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
कैल-कलानौर हाईवे पर फौजी नसीब सिंह की बाइक पुलिसकर्मी के डंडा मारने से ही अनियंत्रित हुई थी। नागल निवासी रिटायर्ड फौजी अशोक कुमार ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि हादसे के वक्त वह मौके पर थे। उनके सामने ही पुलिसकर्मियों ने डंडा मारा, जिस वजह से बाइक फिसलकर गिरी और पीछे से आ रहे ट्रक ने तिगरा निवासी फौजी नसीब सिंह को कुचल दिया। बृहस्पतिवार को फौजी के पिता नंबरदार मेघराज सिंह, सरपंच नरेंद्र राणा, पूर्व सरपंच रामबीर ठाकुर शिवकुमार व प्रत्यक्षदर्शी अशोक कुमार कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी से मिले।
पूर्व सरपंच रामबीर ठाकुर ने बताया कि पहले सदर थाने में एसएचओ से मिले, लेकिन उनकी बात गंभीरता से नहीं सुनी गई। बाद में एसपी से मिले तो उन्होंने जांच कराने का आश्वासन दिया। ठाकुर का कहना है कि मामले में पुलिस पूरी तरह से लापरवाही दिखा रही है। उनकी कार्रवाई से लग रहा है कि वह आरोपित पुलिसकर्मियों को बचाना चाहती है। यदि आरोपित पर कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। वहीं मृतक फौजी के परिजनों को सांत्वना देने सेना के सूबेदार व सीओ समेत पांच जवान भी आए।
यह था मामला
बुधवार को तिगरा निवासी नसीब सिंह बाइक से आ रहा था। करेहडा खुर्द के पास चौराहे पर एएसआइ गुरमेल, दलीप सिंह व एक होमगार्ड वाहनों की चेकिग कर रहे थे। पुलिसकर्मी ने नसीब को रुकने का इशारा किया, तेज गति होने की वजह से वह एकदम से नहीं रुक सका। जिस पर पुलिसकर्मियों ने उसे डंडा मारा। इससे उसकी बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई और पीछे से आ रहे ट्रक ने उसे कुचल दिया था।