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सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बीमार, मरीज लाचार

- चिकित्सकों की कमी पड़ रही स्वास्थ्य पर भारी, ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति अधिक खराब सरकारी अस्प्तालों में चिकित्सकों के पद रिक्त पड़े हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों पर हालात अधिक खराब हैं। रात के समय ग्रामीणों का स्वास्थ्य राम भरोसे होता है। उधर, सामान्य अस्पताल में विशेषज्ञों की कमी के कारण मरीजों को पीजीआई का रास्ता दिखाया जा रहा है। हर माह 100-120 मरीज रेफर किए जा रहे हैं। कलानौर-कैल बाइपास व नेशनल हाइवे पर हर दिन हादसे हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jun 2018 01:16 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jun 2018 01:16 AM (IST)
सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बीमार, मरीज लाचार

- चिकित्सकों की कमी पड़ रही स्वास्थ्य पर भारी, ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति अधिक खराब

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जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सरकारी अस्प्तालों में चिकित्सकों के पद रिक्त पड़े हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों पर हालात अधिक खराब हैं। रात के समय ग्रामीणों का स्वास्थ्य राम भरोसे होता है। उधर, सामान्य अस्पताल में विशेषज्ञों की कमी के कारण मरीजों को पीजीआई का रास्ता दिखाया जा रहा है। हर माह 100-120 मरीज रेफर किए जा रहे हैं। कलानौर-कैल बाइपास व नेशनल हाइवे पर हर दिन हादसे हो रहे हैं। इनसेट

किस स्थिति में हो रहे रेफर

- हेड इंजरी्र

- हर्ट से संबंधित गंभीर बीमारी

- लीवर फेलियर

- बर्न केस

- वेंटिलेटर की आवश्यकमा वाले

- टीबी के मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड नहीं है। इसलिए रेफर किए जाते हैं।

- डिलीवरी के दौरान अधिक रक्तश्राव होने की स्थिति में। इनसेट

हर तीसरे दिन हादसा

हर तीसरे दिन सड़क हादसा हो रहा है। नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर सटा होने से दुघर्टनाएं अधिक होती हैं। हेड इंजरी के मरीजों को यहां उपचार नहीं रहा है। दुघर्टनाग्रस्त व्यक्तियों को तुरंत राहत प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से सिविल अस्पताल परिसर में ट्रामा सेंटर बनाया गया। ट्रामा सेंटर तो बन गया, लेकिन न्यूरोलॉजिस्ट आज तक नहीं मिला। ऐसे मरीजों की संख्या कम नहीं है, जिनको उपचार के लिए यहां से पीजीआइ का रास्ता दिखा दिया जाता है।

रिक्त पड़े महत्वपूर्ण पद

मेडिकल ऑफिसर के कहां कितने पद रिक्त स्वीकृत रिक्त सामान्य अस्पताल यमुनानगर 42 19 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुस्ताफबाद 07 04 नाहरपुर 04 02 रादौर 07 04 छछरौली 07 03 साढौरा 07 06 बिलासपुर 07 06 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भंभौल 02 01 हरनौली 02 01 कलानौर 02 01 साबापुर 02 00 बूड़िया 02 00 अलाहर 02 01 अंटावा 02 02 खारवन 02 01 खदरी 02 02 रसूलपुर 02 02 मुगलांवाली 02 01

इनसेट

हमारा प्रयास रहता है कि मरीज को अस्पताल में बेहतर चिकित्सीय सेवाएं मिली। केवल गंभीर अवस्था में ही मरीज को पीजीआई रेफर किया जाता है। न्यूरोलॉजिस्ट की तो पूरे भारत वर्ष में ही कमी है। अन्य सुविधाओं की मांग की हुई है। उम्मीद है जल्दी ही अस्पताल में सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी।

डॉ. विजय दहिया, चिकित्सा अधीक्षक, सामान्य अस्पताल।


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