शनि मंदिर विवाद : ताला तोड़ने पर पुजारी समेत 12 लोगों पर केस दर्ज
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सेक्टर-17 स्थित शनिदेव मंदिर का ताला खोलने का विवाद बढ़ता ही
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सेक्टर-17 स्थित शनिदेव मंदिर का ताला खोलने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। मंदिर का ताला तोड़ने के आरोप में शहर पुलिस ने मंदिर के पुजारी पं. उदयवीर शास्त्री और एक महिला समेत 12 लोगों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। श्री शनिधाम मंदिर की प्रबंध समिति के अध्यक्ष इकबाल सागर बजाज की शिकायत पर उक्त लोगों पर केस दर्ज किया गया है। अध्यक्ष ने ताला तोड़ने वालों पर मंदिर में चोरी करने का भी आरोप लगाया।
इकबाल सागर बजाज ने रामपुरा चौकी को बताया कि मंदिर के पुजारी पं. उदयवीर शास्त्री को हेराफेरी करने के आरोप में बाहर का रास्ता दिखा दिया था। तब से मंदिर पर ताला लगा हुआ था, लेकिन 21 जून को सेक्टर-17 निवासी निर्मल ¨सह, पं. उदयवीर शास्त्री और पं. हितेश अपने साथियों के साथ इकट्ठा हो गए। इस दौरान अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए। आरोपितों ने मंदिर पर लगा ताला तोड़कर शनि भगवान की मूर्ति पर लगा चांदी का मुकुट चोरी कर लिया। पुलिस ने निर्मल ¨सह, पंडित उदयवीर शास्त्री, पंडित हितेश, मोहित, राजन शर्मा, ठुकराल, सुमित शर्मा, संपत, कर्तव्य, कृष्ण लाल, गीता व सुनील के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने व चोरी करने समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।
रामपुरा चौकी इंचार्ज कुशलपाल राणा का कहना है कि इकबाल सागर की तरफ से उक्त लोगों के खिलाफ चौकी में मंदिर का ताला तोड़ने की शिकायत आई थी। उसके आधार पर उक्त लोगों पर केस दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी। उधर, पुजारी का पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया तो बात नहीं हो पाई। क्या है मामला
करीब डेढ़ माह से मंदिर प्रबंधन और पुजारी के बीच विवाद चल रहा है। यह मंदिर इकबाल सागर बजाज की जमीन पर बना है। मंदिर निर्माण में उसके दोस्त निर्मल ¨सह ने आर्थिक मदद का दावा किया था। मंदिर प्रबंधन की तरफ से मंदिर में कई वर्ष से पूजा अर्चना कर रहे पंडित उदयवीर शास्त्री को निकाल दिया और उसकी जगह किसी अन्य पंडित को पूजा-अर्चना करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसी को लेकर मंदिर में विवाद चल रहा है। कई दिन पहले एक पक्ष ने मंदिर गेट पर ताला लगाकर उपायुक्त गिरीश अरोड़ा को चाबी सौंप दी गई। मामले को सुलझाने के लिए जगाधरी के एसडीएस बीबी कौशिक की देखरेख में सिविल कमेटी बनाई गई।