शहीद ऊधम सिंह के दिखाए मार्ग पर चलने का लिया प्रण
शहीद ऊधम सिंह कांबोज की 120वीं जयंती बृहस्पतिवार को ऊधम सिंह धर्मशाला रादौर में मनाई गई। पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज मुख्यातिथि रहे।
संवाद सहयोग, रादौर : शहीद ऊधम सिंह कांबोज की 120वीं जयंती बृहस्पतिवार को ऊधम सिंह धर्मशाला रादौर में मनाई गई। पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज मुख्यातिथि रहे। मंच संचालन सभा के पूर्व प्रधान कमल चमरोड़ी ने किया।
कर्णदेव ने शहीद ऊधम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। शिविर में 150 लोगों ने रक्तदान भी किया। हरियाणा पुलिस के जवान मनीष कांबोज दोहली ने 45वीं बार रक्तदान किया। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुज कांबोज, डॉ. मीनू कांबोज ने मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर दवाइयां दी। हेमंत सेवा समिति के चेयरमैन डॉ. ऋषिपाल कांबोज ने औषधियों से लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया।
एमडीवीएम पब्लिक स्कूल हाफिजपुर के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मनोरंजन किया। बच्चों ने समाजिक बुराइयों को जड़ से खत्म करने को लेकर लघु नाटक पेश किया। कर्णदेव कांबोज ने कहा ऊधम सिंह कांबोज की वजह से समाज के लोग गौरव महसूस करते है। उनके जीवन से युवाओं में देशभक्ति की प्रेरणा जागृत होती है।
इस मौके पर राजेश कांबोज रादौरी, मांगेराम मारूपुर, मान सिंह आर्य, हेमराज कुंजल, राजेंद्र कांबोज, सुभाष सैनी, अरुण सिली, सरपंच सुभाष जयपुर, मामराज बुबका, मौजूद थे।
वहीं, अष्टविनायक कान्वेंट स्कूल खरकाली में ऊधम सिंह जयंती पर प्रतियोगिताओं का शुभारंभ स्कूल चेयरमैन डॉ. अमन पंजेटा ने किया। प्रिसिपल आशा चौधरी ने बताया कि बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। देशभक्ति के गीत गाए और शहीदों को याद किया। उन्होंने कहा कि शहीदों ने अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलवाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। हमें उनकी कुर्बानियों को याद रखना चाहिए।
उधर, संजय गांधी स्कूल हरनौल में शहीद भगत सिंह मोर्चा की ओर से अध्यक्ष रणधीर चौधरी व स्टाफ ने उधम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। रणधीर चौधरी ने कहा कि उधम सिंह ने जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लंदन में जनरल डायर को गोली मार कर किया था। उधम सिंह क्रांतिकारी भगत सिंह को अपना आदर्श मानते थे। मौके पर मोर्चा के उपाध्यक्ष बालकृष्ण, सतनाम सिंह, गिन्नी सिंह, सुरेश चानना, सोनिया चानना मौजूद थे।