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फरवरी में पेपर के चार दिन बाद निकाला रिजल्ट, किताबें भी बेच दी

लोगों ने शिक्षा विभाग को कठघरे में किया खड़ा बोले- मिले हैं मैनेजमेंट से डीएसपी बोले ि

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 07:05 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 03:06 AM (IST)
फरवरी में पेपर के चार दिन बाद निकाला रिजल्ट, किताबें भी बेच दी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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आमतौर पर स्कूलों में परीक्षाओं का रिजल्ट मार्च के अंतिम सप्ताह में ही जारी होता है, परंतु स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल विष्णु नगर, फर्कपुर ने तो रिजल्ट जारी करने में आगे निकल गई। फरवरी माह में नौवीं में पढ़ने वाले 40 छात्र-छात्राओं के पेपर लिए और चार दिन बाद 23 फरवरी को ही परीक्षा रिजल्ट जारी कर दिया गया। रिजल्ट देखने गए विद्यार्थियों को तुरंत दसवीं की किताबें भी बेच दी। लेट फीस का डर दिखाकर दाखिला भी दे दिया। 2620 रुपये में किताबों का सेट

23 फरवरी को बच्चों को 10वीं की जो किताबें दी गई उनकी कीमत 2620 रुपये थी। किताबों के इस सेट में 11 किताबों के अलावा कॉपी, रजिस्टर, डायरी समेत 16 आइटम थीं। जो किताबें दी गई उसमें बच्चों को कवरिग रोल, नेम स्टीकर, फेविकोल, मैप और फाइल होल्डर के अलावा टैग फाइल दिए गए। जबकि इस सामान को बच्चों को कुछ भी जरूरत नहीं पड़ती। सबसे बड़ा सवाल है कि बच्चों को किताबें भी स्कूल के अंदर से ही दी गई। जबकि शिक्षा विभाग के आदेशानुसार कोई भी अभिभावकों को स्कूल के अंदर से किताबें खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। लोगों ने बीईओ से पूछा, मान्यता क्यों नहीं जांची

स्कूल में एनरोलमेंट नंबर लेने आए लोगों ने वहां पहुंचे शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी कठघरे में खड़ा किया। बीईओ जगाधरी जय सिंह जुल्का से लोगों ने डीएसपी के सामने पूछा कि इतने सालों से स्कूल बिना मान्यता के नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं लगाता रहा, लेकिन आपके विभाग ने इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की। लोगों ने आरोप लगाया कि अधिकारी इस स्कूल के साथ मिले हुए हैं। तभी डीएसपी ने कहा कि यदि स्कूल की मान्यता चेक की होती तो आज हमें इस तरह से यहां नहीं बैठना पड़ता। यदि इसमें डीईओ व सीबीएसई कार्यालय के किसी कर्मचारी मिलीभगत पाई गई तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। डीएसपी ने ली फीस वापसी की जिम्मेदारी

अभिभावक सुखदेव, मनिद्र सिंह, बॉबी और मनजीत कौर ने डीएसपी सुभाष चंद से कहा कि स्कूल के प्रेसिडेंट प्रवीण सरदाना का मोबाइल बंद आ रहा है। उन्हें अपने बच्चों को यहां से हटाकर दूसरे स्कूल में दाखिल कराना है। उनके दाखिले पर ही 20 हजार से ज्यादा का खर्च आ जाएगा। ऐसे में उन्हें पूरे साल की फीस कौन वापस करेगा। पुलिस सरदाना की लोकेशन को ट्रेस कर उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं करती। डीएसपी ने सभी की फीस वापस दिलाने की जिम्मेदारी ली। केस दर्ज करा दिया है: बीईओ

बीईओ जय सिंह जुल्का ने बताया कि शिक्षा विभाग ने स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल और विश्व भारती पब्लिक स्कूल सेक्टर-18 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सबके बयान दर्ज किए जाएंगे : डीएसपी

डीएसपी सुभाष चंद का कहना है कि पुलिस सभी छात्रों और स्टाफ के बयान दर्ज करेगी। इसके अलावा बोर्ड से भी स्कूल का रिकॉर्ड मांगा है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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