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माहवारी में खुद को अपवित्र न समझें महिलाएं : करुणा

फोटो 24 25 - हिदू ग‌र्ल्स कॉलेज जगाधरी में मेनस्ट्रूअल हेल्थ एंड हाइजीन विषय पर जागरुकता क

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Mar 2019 08:46 PM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 03:06 AM (IST)
माहवारी में खुद को अपवित्र न समझें महिलाएं : करुणा
माहवारी में खुद को अपवित्र न समझें महिलाएं : करुणा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : हिदू ग‌र्ल्स कॉलेज जगाधरी में होम साइंस की एचओडी की तरफ से मेनस्ट्रूअल हेल्थ एंड हाइजीन विषय पर आर्ट आफ लिविग के सहयोग से दो दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता आर्ट आफ लिविग द्वारा संचालित प्रोजेक्ट पवित्रा की नेशनल डायरेक्टर करूणा मल्होत्रा व पंचकूला से आई मास्टर ट्रेनर चमनदीप ने विभिन्न कॉलेजों से आई छात्राओं को माहवारी के दिनों में बरते जानी वाली सावधानी व खानपान संबंधित जानकारी दी। कॉलेज प्राचार्या डॉ. उज्जवल शर्मा ने करूणा मल्होत्रा व चमनदीप का स्वागत किया।

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करूणा मल्होत्रा ने छात्राओं को बताया कि पूरे घर का ध्यान रखने वाली महिलाएं आज भी स्वयं से जुड़ी कई जरूरी बातों से अंजान हैं। अज्ञानता व खुले तौर पर इन विषयों पर चर्चा न कर पाना इसका मुख्य कारण है। कुछ महिलाओं को इस मुद्दे पर बात करने में भी बहुत हिचकिचाहट महसूस होती है। अनियमित माहवारी के कारण इस वजह से मासिक धर्म से संबंधित कई गलतफहमियां पैदा हो चुकी हैं। मासिक धर्म में महिलाओं को कई चीजों से दूर रखा जाता है। जिस वजह से वे खुद को अपवित्र मानती हैं और इस दौरान बरते जाने वाले एहतियातों पर ध्यान नहीं देती हैं। इस तरह उनका खुद का स्वास्थ्य खतरे में पड़ सकता है।

मासिक धर्म यानी पीरियड महिलाओं के लिए आम दिनों से अधिक मुश्किल वक्त होता है। यह ऐसा समय होता है, जब महिलाएं थकान और सुस्ती का अनुभव करती है। कुछ महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं। साथ ही पीरियड की बीच में क्रैंप, खराब सेहत और मतली आम बात है। इन समस्याओं से बचने के लिए महिलाओं को अपने आहार पर ध्यान देना चाहिए। अगर मासिक धर्म आहार लेंगी तो ये स्टेमिना को बढ़ाएगा। कुछ ऐसे भोजन शामिल होते हैं जो हमें जरूरी ऊर्जा देते हैं।

चमनदीप ने छात्राओं को बताया कि अज्ञानता की वजह से अक्सर अपने मासिक धर्म या माहवारी के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना भूल जाती है। आपको बता दे इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं। महिलाएं इस वजह से बांझपन तक की शिकार बन सकती हैं। अज्ञानता और पैसे बचाने के चलते महिलाएं कई बार माहवारी के समय सेनेटरी नेपकीन का प्रयोग नहीं करती। इस वजह है कि महिलाएं कई तरह के संक्रमण की भी जल्दी शिकार हो जाती हैं। मौके पर होम साइंस की एचओडी रितु दुआ, स्वाति मौजूद रही।


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