जाति, धर्म पर आधारित राजनीति समाज पर कलंक
संवाद सहयोगी, रादौर: भय, भूख, भ्रष्टाचार समाप्त करने व पवित्र सत्ता स्थापित करने के लिए अध्यात्मि
संवाद सहयोगी, रादौर: भय, भूख, भ्रष्टाचार समाप्त करने व पवित्र सत्ता स्थापित करने के लिए अध्यात्मिक इच्छा शक्ति आवश्यक है। यह शब्द मानव निर्माण संघ के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी सच्चिदानंद गिरी ने कहे। वह बुधवार को कस्बा में जनसंपर्क अभियान में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत में जाति, भाषा, क्षेत्र सम्प्रदाय पर आधारित राजनीति हो रही हैं। जो समाज का कलंक है। ¨हदू, मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, जैन कोई धर्म नहीं हैं। यह संस्कृति हैं। धर्म तो मानवता है। वेद भी मनुष्य बनने की आज्ञा देता हैं। मानव निर्माण की आज परम आवश्यक है। मानव निर्माण ही सबल राज का निर्माण है। इसलिए मानव का संस्कारित होना आवश्यक है। पाश्चात्य संस्कृति ने भारतीय मानवता को हाशिये पर ला दिया। संस्कार के बिना मानव पशु के समान है। उन्होंने समाज में टूटते संस्कार, बिखरते परिवारों पर ¨चता व्यक्त की। इस मौका पर संदीप सैनी, योगेंद्र गुर्जर, धनपत सैनी, देवेश शास्त्री, कृष्ण शास्त्री, बलजीत, धीरपाल, धर्मेंद्र चौहान आदि उपस्थित थे।