ज्वेलर संजीव खन्ना के हत्या आरोपित योगेश को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया
ज्वेलर संजीव खन्ना के हत्या आरोपित योगेश को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : 13 किलो सोना व 30 लाख रुपये लौटाने की जगह साथी ज्वेलर संजीव खन्ना की हत्या करने के अभियुक्त योगेश सूरी को पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने उसे पांच दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस ने तर्क दिया कि उसके पास से संजीव खन्ना के दो मोबाइल बरामद करने हैं।
योगेश सूरी को पुलिस ने तीसरी बार कोर्ट में पेश किया है। पहली बार उसे चार दिन के रिमांड पर लिया था। बुधवार को उसे एक दिन के रिमांड पर लिया गया। रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने उसे बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश किया। इस बार उसका रिमांड सात दिन का मांगा था। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि आरोपित से हत्या में इस्तेमाल हथोड़ा व मृतक संजीव खन्ना के दो मोबाइल बरामद करने हैं। कोर्ट ने पांच दिन का रिमांड ही दिया। कोर्ट ने बुधवार को योगेश सूरी के दो अन्य साथियों ग्लैडविन उर्फ शंटी व रोहित को जेल भेज दिया था।
बताया जा रहा है कि आरोपित ने हत्या के बाद मृतक का मोबाइल किसी नदी में फेंक दिया था। यदि इसमें सच्चाई हो तो पुलिस के लिए मोबाइल बरामद करना बेहद मुश्किल होगा क्योंकि इन दिनों मानसून सीजन चल रहा है। बरसात का पानी यमुना नदी समेत बरसाती नदियों में भी बह रहा है। पानी के बहाव से मोबाइल फोन आगे बह गए होंगे, या फिर रेत के नीचे दब गए होंगे। ये था मामला : रेलवे स्टेशन रोड पर पेपर मिल गेट के पास श्री न्यू यमुना ज्वेलर के नाम से शोरूम है। संजीव खन्ना के बेटे आनंद खन्ना ने 27 जून को थाना शहर यमुनानगर में शिकायत दी थी कि उसके पिता संजीव खन्ना, साक्षी ज्वेलर के संचालक योगेश सूरी के साथ कार में गए थे। दोनों व्यापारिक मामले में बाहर गए थे। उसका पिता वापस नहीं आया। योगेश का इस बारे में कहना था कि उसने सोना देकर उन्हें गाबा अस्पताल के नजदीक जमींदारा पेट्रोल पंप के पास उतार दिया था। शक के आधार पर पुलिस ने योगेश सूरी से पूछताछ की तो उसने संजीव की हत्या करना कुबूल किया। उसने राजा राम वाली गली निवासी ग्लैडविन उर्फ शंटी व रोहित के साथ मिलकर हत्या की थी। हत्या के बाद उन्होंने शव को शहजादपुर के रजपुरा के खेतों में फेंक दिया था। पूछताछ में राज खुला कि योगेश को संजीव खन्ना का 13 किलो सोना व ब्याज पर लिए 30 लाख रुपये वापस करने थे, इसलिए उसने संजीव खन्ना को मौत के घाट उतार दिया।