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गलौड़ी व असगपुर में अवैध खनन, नियमों का उल्लंघन करके 50 फुट तक खुदाई, रायल्टी में भी हेराफेरी

संवाद सहयोगी, साढौरा : गलौड़ी गांव के स्वीकृत माइ¨नग जोन की आड़ में पड़ोसी असगरपुर गांव

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Jul 2018 06:48 PM (IST)Updated: Sat, 07 Jul 2018 06:48 PM (IST)
गलौड़ी व असगपुर में अवैध खनन, नियमों का उल्लंघन करके 50 फुट तक खुदाई, रायल्टी में भी हेराफेरी
गलौड़ी व असगपुर में अवैध खनन, नियमों का उल्लंघन करके 50 फुट तक खुदाई, रायल्टी में भी हेराफेरी

संवाद सहयोगी, साढौरा : गलौड़ी गांव के स्वीकृत माइ¨नग जोन की आड़ में पड़ोसी असगरपुर गांव में अवैध खनन किया जा रहा है। यही नहीं अवैध खनन करने वालों ने खनन के नियमों का उल्लंघन करके 50 से 60 फुट तक खुदाई कर डाली है, जबकि नियम अनुसार पौने दस फुट से ज्यादा खोदाई नहीं हो सकती। इसकी निगरानी की जिम्मेदारी माइ¨नग विभाग की है।

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खनन विभाग व रायल्टी ठेकेदार से मिलीभगत करके सरकार को रायल्टी के नाम पर भी चूना लगाया जा रहा है।

रसूलपुर वासी सतपाल ने बताया कि इस अवैध खनन के कारण बरसात के दिनों में नुक्सान होने की अंदेशा से ग्रामीणों द्वारा खनन को रोके जाने पर खनन करने वालों द्वारा धमकियां दी जाती है। जिससे परेशान होकर अब सीएम ¨वडों पर इस बारे में शिकायत करके मामले की जांच की मांग की गई है।

ग्रामीणों ने बताया कि सरकार ने गांव गलौड़ी में माइ¨नग जोन स्वीकृत किया हुआ है। लेकिन मिलीभगत करके गलौड़ी की सीमा पर स्थित गांव असगरपुर में भी धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है। यही नहीं अवैध खनन करने वाले तमाम खनन नियमों की भी उल्लंघना कर रहे हैं। नियमानुसार खनन के लिए 10 फूट तक खुदाई की जानी चाहिए। लेकिन यहां पर अवैध खनन करने वालों ने नियमों को ताक पर रखकर 50 से 60 फुट तक खुदाई कर ड़ाली है। इतनी अधिक खुदाई होने से बरसात के दिनों में आसपास के खेतों की मिट्टी ढ़हने से खेत बर्बाद होने का अंदेशा हो गया है। ग्रामीणों द्वारा अवैध खनन को रोके जाने का प्रयास करने पर अवैध खनन करने वाले दंबंगों के माध्यम से ग्रामीणों को धमकाते हैं। सतपाल ने बताया कि 15 जुन से 15 सितंबर तक खनन पर प्रतिबंध होने का भी यहां उल्लंघन किया जा रहा है। सतपाल का आरोप है कि अवैध खनन करने वालों द्वारा अपने वाहनों में एक हजार फुट तक खनन सामग्री भरी जाती है लेकिन रायल्टी ठेकेदार से मिलीभगत करके इसकी पर्ची केवल 250 फुट की ही बनाई जाती है। इस तरह रायल्टी व टैक्स की भी चोरी की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि खनन अधिकारियों से मिलीभगत होने के कारण वह भी इस तरफ से आंखें मूंदे हुए हैं। उन्होंने सीएम ¨वडों पर शिकायत करके इसकी जांच की मांग की है।


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