जमीन पर बिछी ओलों की चादर, फसलों को नुकसान, तापमान में गिरावट
क्षेत्र में हुई जोरदार ओलावृष्टि व बारिश से ठंड बढ़ गई है। 20 एमएम बारिश हुई। जमीन पर ओलों की चादर बिछ गई। ओलावृष्टि इतनी तेज थी कि पेड़ों से पत्ते झाड़ दिए। सरसों बरसीम व सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि के शुरू होते ही किसानों में हड़कंप मच गया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : क्षेत्र में हुई जोरदार ओलावृष्टि व बारिश से ठंड बढ़ गई है। 20 एमएम बारिश हुई। जमीन पर ओलों की चादर बिछ गई। ओलावृष्टि इतनी तेज थी कि पेड़ों से पत्ते झाड़ दिए। सरसों, बरसीम व सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि के शुरू होते ही किसानों में हड़कंप मच गया। मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक सप्ताह भर बूंदाबांदी व बादल छाए रहने की संभावना है। मंगलवार को अधिकतम 15 व न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, बारिश के कारण शहर में जगह-जगह पानी जमा हो गया। मीरा मार्केट में पानी की निकासी न होने के कारण दुकानदारों की परेशानी बढ़ गई। कई घंटे तक जल भराव की स्थिति बनी रही। इनसेट
सप्ताह भर बादल छाए रहने व बारिश की संभावना
मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक सप्ताह भर बादल छाए रहने व बूंदाबांदी की संभावना है। मंगलवार को अधिकतम 16 व न्यूनतम नौ, बुधवार को अधिकतम 18 व न्यूनतम आठ, बृहस्पतिवार को अधिकतम 13 व न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने की संभावना है। इस दिन बारिश भी हो सकती है। शुक्रवार को भी तापमान में गिरावट व बूंदाबांदी की संभावना है। शनिवार को फिर बादल छाए रहने व रविवार को बूंदाबांदी के आसार हैं। इनसेट
हर फसल को नुकसान
दामला क्षेत्र के किसान रमेश कुमार, जगदीश कुमार, रादौर के हरी राम व सुभाष का कहना है कि बारिश व ओलावृष्टि के कारण सभी फसलों को नुकसान हुआ है। क्योंकि गत दिनों लगातार तीन दिन हुई बारिश के कारण पहले ही खेतों में पानी जमा था। क्षेत्र में हुई बारिश व ओलावृष्टि ने चिता और भी बढ़ा दी है। सब्जियों की फसलों को तो बुरी तरह तबाह कर दिया गय। उन्होंने बताया कि गेहूं की फसल लहलहा रही थी, लेकिन ओलावृष्टि के कारण प्रभावित हुई है। इनसेट
बच्चों का रखें विशेष ख्याल
सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय दहिया का कहना है कि बारिश के दौरान भीगने से बचें। बारिश के बाद ठंड बढ़ेगी। हार्ट के मरीज, बच्चों व बुजुर्गो के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ख्याल रखें। हीटर वाले कमरे से एकदम बाहर न निकलें। न ही ठंड से एकदम गर्म कमरे में जाएं। ठंडा पानी न पिएं। पानी को गुनगुना कर पिएं। बच्चों को भीगने से बचाएं। यदि किसी कारणवश भीग भी जाएं तो तुरंत सूखे कपड़े पहना दें।
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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ. राकेश कुमार के मुताबिक क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि के कारण फसलों को नुकसान हुआ है। किसान खेतों में पानी जमा न होने दें। निकासी की व्यवस्था करें। आगामी दिनों में भी मौसम परिवर्तनशील रहेगा। इनसेट
मकान गिरा, आर्थिक सहायता की मांग
बारिश के कारण भंभौल निवासी गुलशन कुमार मकान गिर गया। मकान मालिक दिहाड़ी-मजदूरी कर गुजारा करता है। गुलशन ने बताया कि उसके पास कच्ची छत का एक कमरा था। वह भी सोमवार को हुई बारिश के कारण गिर गया। आर्थिक तंगी के चलते उसकी पत्नी व बच्चे पहले ही उसको छोड़ चुके हैं। अब सिर छिपाने के लिए अपना मकान भी नहीं रहा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव हरपाल सुढल ने प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि जरूरतमंद व्यक्ति की आर्थिक सहायता की जाए।