सुनार ने उधार दी गई रकम के बदले में गिरवी रखे जेवर हड़पे
सुनार ने उधार दी गई रकम के बदले में रखे गए जेवरात नहीं दिए। 5.20 लाख रुपये वापस करने के बावजूद आरोपित सुनार पहले तो साढौरा की नूतन शर्मा से समय लेता रहा। बाद में वह झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगा। इस पर एसपी को शिकायत दी गई।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : सुनार ने उधार दी गई रकम के बदले में रखे गए जेवरात नहीं दिए। 5.20 लाख रुपये वापस करने के बावजूद आरोपित सुनार पहले तो साढौरा की नूतन शर्मा से समय लेता रहा। बाद में वह झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगा। इस पर एसपी को शिकायत दी गई। इकोनॉमिक सेल से जांच के बाद आरोपित सुनार बिलासपुर निवासी सुरेंद्र के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
नूतन शर्मा ने बताया कि उसने बिलासपुर के सुरेंद्र को 21 मार्च, 2018 को 260 ग्राम जेवर गिरवी रख कर 5.20 लाख रुपये ब्याज पर लिए थे। पांच महीने तक उसे ब्याज दिया गया। बाद में पूरी करम वापस कर दी गई। जब जेवरात वापस मांगे, तो सुरेंद्र कहने लगा कि जिसके पास जेवर थे, उसे प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री करानी है। अगर समय से रजिस्ट्री न हुई तो उसका बयाना खत्म हो जाएगा, इसलिए 15 दिन बाद बैंक का लोन जमा कराने के बाद जेवर दे देंगे। जब वह दोबारा फिर अपने पति दिलबाग के साथ जेवर लेने पहुंची, तो फिर से सुरेंद्र ने बहाना बना दिया। वह कहने लगा कि बैंक में जेवर रखने से मिक्स हो गया है। दो-तीन दिन में ग्राहकों को बुलाकर जेवर निकाल लेंगे। इसके बाद भी उन्हें सुरेंद्र टरकाता रहा। उससे फोन पर बात करने की, तो उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया और फोन काट दिया।
खुद को बताने लगा टेंशन में
आरोप है कि सुरेंद्र कभी अपने साले को अमेरिका भेजने की बात कहने लगा, तो कभी खुद को टेंशन में बताने लगा। नूतन और उसके पति दिलबाग ने बात की, तो वह उससे साले की प्रॉपर्टी का बंटवारा कराने के लिए कहने लगा। उन्हें आश्वासन दिया कि इस प्रॉपर्टी से उसे भी हिस्सा मिलेगा। इसके बाद उनका सामान मिल जाएगा। आरोप है कि पांच माह तक वह इसी तरह से बहाने लगाता रहा। 22 फरवरी को उन्हें चेक दिया गया। जब उसे बैंक में लगाया, तो वह बाउंस हो गया। बाद में वह उन्हें धमकी देने लगा।