शामक के चावल खाने से चार लोगों की हालत बिगड़ी
कैंप में शामक के चावल खाने से व्रत रख रहे एक ही परिवार के चार लोगों की हालत बिगड़ गई। उल्टियां लगने पर उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कैंप में शामक के चावल खाने से व्रत रख रहे एक ही परिवार के चार लोगों की हालत बिगड़ गई। उल्टियां लगने पर उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। वहीं बुबका में कुट्टू का आटा खाने से रविवार की देर रात एक ही परिवार के तीन लोगों की हालत बिगड़ी थी। उन्हें भी अस्पताल में दाखिल कराया गया था।
गत वर्ष भी कुट्टू का आटा खाने की वजह से जगाधरी क्षेत्र के 350 लोग बीमार हो गए थे। इस वर्ष के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने पहले ही दुकानों से सैंपल लिए थे, ताकि खराब या गत वर्ष का आटा न बिकने पाए, लेकिन पांच-छह दुकानों पर ही जांच की गई। अन्य दुकानों पर कोई जांच नहीं हुई। जिस वजह से दुकानदारों ने लोगों को गत वर्ष का बचा हुआ आटा सप्लाई कर दिया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रेम चंद ने बताया कि व्रत में लोग अधिक खाना खाते हैं। जिससे दिक्कत होती है। इस पर दुकानों पर सैंपल लिए गए थे। जिसमें दुकानदारों को सख्त हिदायत दी गई थी कि वह गत वर्ष का आटा नहीं बेचेंगे। कैप में चार लोगों की हालत बिगड़ी :
कैंप निवासी मधु, सीनम, रजनी व आत्माराम को उल्टियां लगने पर अस्पताल में दाखिल कराया गया। यहां पता लगा कि उन सभी ने व्रत रखा हुआ था और रात को शामक के चावल खाए थे। गांधीनगर थाना प्रभारी अनिल राणा ने बताया कि सभी लोग ठीक हैं।