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सड़क निर्माण कार्य में बरती जा रही खामियां, अधिकारी मौन

रादौर-जठलाना मार्ग के निर्माण कार्य में भारी खामियां बरती जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 07:14 AM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 07:14 AM (IST)
सड़क निर्माण कार्य में बरती जा रही खामियां, अधिकारी मौन
सड़क निर्माण कार्य में बरती जा रही खामियां, अधिकारी मौन

संवाद सहयोगी, रादौर :

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रादौर-जठलाना मार्ग के निर्माण कार्य में भारी खामियां बरती जा रही हैं। बिजली के पोल शिफ्ट किए बगैर ही सड़क बना दी। सड़क के एक साइड में मैनुअल निर्माण कार्य मजदूर कर रहे हैं। वाइब्रेटर का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। जिससे सड़क की मजबूती पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि दिखावे के तौर पर एक वाइब्रेटर व जेनरेटर की मौके पर व्यवस्था की गई है लेकिन उसका प्रयोग नहीं हो रहा है। उधर, अधिकारी ठेकेदार पर पूरा विश्वास दिखाते हुए उसका प्रयोग होने का दावा कर रहे हैं लेकिन धरातल की सच्चाई कुछ और ही है। क्षेत्र के लोगों ने डीसी से मामले की जांच करवाने की मांग की है।

पहली लापरवाही

जठलाना मार्ग का निर्माण कार्य एक ओर मशीन के द्वारा करवाया गया। दूसरी ओर बिजली के पोल शिफ्ट न होने की वजह से मशीन के लिए जगह कम पड़ गई। दूसरी साइड का निर्माण कार्य मजदूरों द्वारा मैनुलल करवाया जा रहा है। ऐसे में कंकरीट सड़क में वाइब्रेटर का चलाया जाना बेहद जरूरी है। सड़क निर्माण कार्य तेजी से करने व मशक्कत से बचने के लिए ऐसा नहीं हो रहा है।

दूसरी लापरवाही

सड़क किनारे खड़े बिजली के पोल सड़क की चौडाई बढ़ जाने से अब निर्माण कार्य के बीच में आ रहे है। न तो बिजली निगम ने इसे गंभीरता से लिया और न ही पीड्ब्ल्यूडी विभाग ने। दोनों विभाग एक दूसरे पर इसकी जिम्मेदारी डालते रहे और सड़क का निर्माण कार्य करवा दिया गया। अब यह बिजली के पोल सड़क के बीच में ही आ रहे हैं। भविष्य में दुर्घटनाओं की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

तीसरी लापरवाही

सड़क निर्माण कार्य में एक और लापरवाही ठेकेदार द्वारा बरती जा रही है। जिससे सीधे सीधे भ्रष्टाचार को जन्म दिया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा एक दूसरी बार कच्चा मैटीरियल सड़क निर्माण में प्रयोग किया जा रहा है। जबकि निर्माण कार्य से पहले भी एक बार यह मेटीरियल डाला जा चुका है। एक साइड जब निर्माण कार्य हुआ तो उस समय एक ही बार मेटीरियल डाला गया था लेकिन अब दूसरी साइड निर्माण कार्य के समय दोबारा से कच्चा मेटीरियल का प्रयोग हो रहा है।

इनकी सुनिए

एसडीओ जसमेर सिंह का कहना है पूरे मापदंडों के अनुसार कार्य हो रहा है। वाइब्रेटर का प्रयोग भी किया जा रहा है। बिजली के पोल के बारे उनसे पूछा गया तो उन्होंने सारी कमी बिजली निगम के अधिकारियों पर डाल दी। उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारियों की कमी के कारण पोल नहीं हट पाए।

राशि जमा होती ही प्रक्रिया पूरी होगी

पोल शिफ्ट किए जाने के कार्य में बिजली निगम की ओर से कोई देरी नहीं की गई। उनके पास जैसे ही फाइल आई उन्होंने चीफ के पास भिजवा दी। पीड्ब्लयूडी विभाग को यह कार्य खुद करना है। इसके लिए अब उन्हें डेढ़ फीसद राशि उनके पास जमा करवानी होगी। राशि जमा होती ही प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

शमशेर सिंह, एसडीओ बिजली निगम


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