सियासत के कुरुक्षेत्र में 41 से पांच महिला प्रत्याशियों की टक्कर
सियासत में महिला शक्ति की भागेदारी इस बार कम है। यमुनानगर जगाधरी रादौर व साढौरा विधानसभा क्षेत्र में कुल 46 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से केवल पांच महिला प्रत्याशी हैं। यमुनानगर में दो व साढौरा में तीन महिला प्रत्याशी मैदान में हैं। जगाधरी व रादौर विधानसभा सीट पर सिर्फ पुरुष प्रत्याशी हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
सियासत में महिला शक्ति की भागेदारी इस बार कम है। यमुनानगर, जगाधरी, रादौर व साढौरा विधानसभा क्षेत्र में कुल 46 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से केवल पांच महिला प्रत्याशी हैं। यमुनानगर में दो व साढौरा में तीन महिला प्रत्याशी मैदान में हैं। जगाधरी व रादौर विधानसभा सीट पर सिर्फ पुरुष प्रत्याशी हैं। गत विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो छह महिला प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था। इस बार संख्या पहले से भी कम है। यमुनानगर व साढौरा विधानसभा सीट पर महिला प्रत्याशी अलग-अलग दलों के कदावर नेताओं से टक्कर लेने के लिए मैदान में उतरी हैं। किस प्रत्याशी में क्या खास
यमुनानगर विधानसभा सीट पर कुल 10 प्रत्याशी हैं। इनमें दो महिलाएं हैं। यहां कांग्रेस से निर्मल चौहान व आजाद उम्मीदवार मनदीप कौर चुनाव लड़ रही हैं। निर्मल चौहान एमए बीएड पास हैं। दूसरी बार पार्षद बनीं है। स्वयं सहायता समुह बनाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर को लेकर काफी चर्चाओं में रही। मनदीप कौर एमफिल बीएड हैं और दादुपुर हेड की रहनी वाली हैं। पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी हैं।
साढौरा विधानसभा सीट पर तीन महिलाएं
साढौरा विधानसभा सीट पर 16 प्रत्याशी हैं। तीन महिला प्रत्याशी पुराने सूरमा को टक्कर देने के लिए चुनावी रण में उतरी हैं। जिप चेयरमैन रेणु बाला गंदापुर गांव की रहने वाली हैं और बीए पास हैं। कांग्रेस पार्टी से पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रही हैं। जेजेपी से डॉ. कुसुम शेरवाल चुनाव लड़ रही हैं। ये ओसमानिया यूनिवर्सिटी से एमए व कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से पीएचडी हैं। इनेलो से सुषमा देवी चुनाव लड़ रही हैं।
रादौर व जगाधरी से नहीं महिला प्रत्याशी
रादौर विधानसभा सीट से 10 व जगाधरी से भी 10 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। खास बात यह है कि इन विधानसभा क्षेत्रों से महिला शक्ति चुनाव नहीं लड़ रही हैं। 2014 में यह थी स्थिति
2014 में हुए विधानसभा चुनाव में छह महिला प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। साढौरा से पिकी छप्पर व कैलाश देवी प्रत्याशी रही। मोदी लहर में पिकी छप्पर को भाजपा के बलवंत सिंह ने हरा दिया था। जगाधरी से सुषमा देवी व कौशल्या जांगड़ा और यमुनानगर विधानसभा सीट से डॉ. कृष्णा पंडित, विनय कुमारी व संध्या शर्मा ने चुनाव लड़ा। यह भी जानिए
यमुनानगर विधानसभा सीट पर महिला शक्ति का खूब दबदबा रहा। हालांकि ये सीट महिलाओं के लिए आरक्षित नहीं थी। यहां से एक बार कांग्रेस से कृष्णा पंडित ने चुनाव जीता और सरकार में संसदीय सचिव रहीं। तीन बार कमला वर्मा भाजपा से विधायक चुनी गई। जगाधरी विधानसभा सीट से जीतकर सन्नो देवी पहली डिप्टी स्पीकर बनी थी। सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुकी हैं। निगम के गठन के बाद पहली मेयर भी सरोज बाला चुनी गई। नगर निगम के हाउस में भी महिला शक्ति का वर्चस्व है। निगम के कुल 22 वार्डो में से 11 पार्षद महिलाएं हैं। इनमें से सात भाजपा से हैं।