सिगल टेंडर की गांठ खुलने से बाहर आई खामियां, बिना आइएसआइ मार्का टाइलें लगाने की थी योजना
69 कॉलोनियों में सिगल टेंडर की गांठ खुलने से बड़ी खामियां सामने आ रही हैं। बिना आइएसआइ मार्का टाइलों से गलियां बनाए जाने की योजना पर अधिकारी काम कर रहे थे। अब सिगल टेंडर रद होने पर यह बात सामने आई है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
69 कॉलोनियों में सिगल टेंडर की गांठ खुलने से बड़ी खामियां सामने आ रही हैं। बिना आइएसआइ मार्का टाइलों से गलियां बनाए जाने की योजना पर अधिकारी काम कर रहे थे। अब सिगल टेंडर रद होने पर यह बात सामने आई है। टेंडर में आइएसआइ मार्का टाइलों का जिक्र ही नहीं हुआ। इसके अलावा 1-4-8 यानि एक तसला सिमेंट, चार रेत व 8 तसले गटका के स्थान पर 1-6-12 का फार्मूला प्रयोग में लाया जाएगा। आइएसआइ मार्का टाइलों के प्रयोग से लागत बढ़ सकती है। डिजाइन में बदलाव के लिए नगर निगम की ओर से वेबकॉस कंपनी को पत्र लिखा गया है। इनसेट
इन कॉलोनियों में होंगे काम
गत सरकार के कार्यकाल में सीएम मनोहर लाल ने कांबोज कॉलोनी, ऊषा कॉलोनी, बावा कॉलोनी, भागीरथ कॉलोनी, इंद्रापुरम, उप्पल माल के पीछे स्थित कॉलोनी, प्यारे जी मंदिर के सामने कॉलोनी, गोबिद फार्म कॉलोनी, ग्रीन विहार पार्ट-2, महादुर्गेश्वरी कॉलोनी, सैनी फार्म वार्ड, शिवपुरी जगाधरी, ग्रीन विहार, गढी मुंडो टपरियां, जैन अवैन्यू, न्यू जैन नगर, बैंक कॉलोनी, राजीव गार्डन, त्यागी गार्डन, विशाल नगर, मोती बाग कॉलोनी, हनुमान कॉलोनी, मायापुरी, राजधानी कॉलोनी, शांति कॉलोनी, सुंदर नगर कॉलोनी, सुंदर विहार फेस-1, गधोली माजरी, कैलाश नगर, रूप नगर, शारदा कॉलोनी, जम्मू कॉलोनी, जोड़िया लाल डोरा के बाहर, शिव नगर, जवाहर नगर, नानक नगर, मंडेबर लाल डोरा के बाहर, आर्य नगर, अशोक विहार, बूटर विहार, मायापुरी, तेली माजरा, नील कंठ कॉलोनी, काली मंदिर एक्सटेंशन कॉलोनी, गांधी नगर, विशाल नगर, गीता कॉलोनी, प्रोफेसर कॉलोनी, रामेश्वर विहार, संजय विहार, गोल्डन पूरी, गधौली कॉलोनी, लाल विहार कॉलोनी, कामी माजरा लाल डोरे से बाहर वार्ड, पांसरा लाल डोरे से बाहर, शंभू कॉलोनी, ताजकपुर लाल डोरे से बाहर, तीर्थ नगर, दुर्गा विहार, पृथ्वी नगर, अंबेडकर नगर, कमल नगर, नंदा कॉलोनी, खड्डा कॉलोनी, शिवपुरी ब्लाक-2, अमरपुरी, प्रहलादपुरी, शिवपुरी ब्लाक-ए, शिवदयालपुरी, बूड़िया, भुरिया एवं भागवती कॉलोनी, रामनगर कांसापुर, राम नगर रेलवे वर्कशॉप, सुंदर विहार कॉलोनी को नियमित किया गया था। इनसेट
कॉलोनियों में होने हैं 22 करोड़ के काम
गत वर्ष मनोहर सरकार ने 69 कॉलोनियों को नियमित किया था। इन कॉलोनियों में सबसे बड़ी समस्या पानी की निकासी व सड़कों के कच्चा होने की है। इन कॉलोनियों के विकास के लिए 22 करोड़ रुपये का एस्टीमेट बना हुआ है। सीवरेज व पेयजल का काम अमरूत योजना के तहत किया जा रहा है। सड़कों व निकासी के काम के लिए नगर निगम ने पहले भी दो बार टेंडर लगा चुका है, लेकिन आज तक सिरे नहीं चढ़ पाया। अब तीसरी ये टेंडर टुकड़ों में किए जाएंगे। इनसेट
69 कॉलोनियों में विकास कार्यों का टेंडर नए सिरे से लगाया जाएगा। बेहतरी के लिए इसमें कुछ परिवर्तन किए गए हैं। अब टेंडर टुकड़ों में होंगे। एस्टीमेट तैयार करने के लिए वेबकॉस को पत्र लिखा जा चुका है। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द काम हों।
रमेश कुमार बागड़ी, एसई, नगर निगम।