सरस्वती नदी के प्रवाह से किसानों को होगा फायदा : धूमन सिंह
सरस्वती नदी के धरातल पर आने से किसानों का बड़ा फायदा होगा।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : सरस्वती नदी के धरातल पर आने से किसानों का बड़ा फायदा होगा। डार्क जोन की समस्या दूर हो सकेगी। यह बात हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के वाइस चेयरमैन धूमन सिंह किरमिच ने कहे। रविवार को धूमन सिंह सरस्वती नदी के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए जमीन की संभावनाओं का निरीक्षण करने आदिबद्री पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों के साथ उन जगहों का निरीक्षण किया जहां से सरस्वती नदी के प्रवाह को निकलना है।
सरस्वती हेरिटेज बोर्ड वाइस चेयरमैन धूमन सिंह किरमिच ने बताया कि सरस्वती नदी को लेकर कई योजनाओं पर सरस्वती हेरिटेज बोर्ड कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में वर्षा होने के दौरान बाढ़ का फालतू पानी आता है। वह इलाके के किसानों की फसल खराब कर देता है। वर्षा का पानी बहकर बेकार चला जाता है। इस पानी के लेकर सरस्वती बोर्ड एक योजना पर कार्य कर रहा है। फालतू पानी को सरस्वती सरस्वती नदी के प्रवाह के माध्यम से सिरसा व हिसार आदि क्षेत्रों में कृषि सिचाई के लिए उस पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे एक तो क्षेत्र का जल स्तर सुधरेगा दूसरा पर्यटन की गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। लोगों का आवागमन बढ़ेगा और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। विदेशी पर्यटक भी यहां पर आएंगे व देश विदेश में यह तीर्थ स्थल की लोकप्रियता ओर ज्यादा बढ़ जाएगी। सरस्वती नदी के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए इसके अंतर्गत जिन किसानों की जमीनें आ रही हैं, उनमें से बहुत से किसानों ने सरस्वती नदी के प्रवाह को चालू रखने के लिए अपनी जमीनें देने की सहमति दे दी है। बाकी किसानों से भी अपील है कि वे भी जल्द अपनी जमीनें में से सरस्वती नदी का रास्ता बनाने के लिए आगे आएं। अपनी सहमति दें। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी हमारी अमूल्य धरोहर है। करोड़ों हिदुओं की आस्था इसके साथ जुड़ी हुई है। मौके पर रजनी प्रकाश वशिष्ठ, रोचक गर्ग,नीरज जैन, लक्ष्य, दाता राम व सिचाई विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।