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आठ जिलों के किसान देंगे जल बचाने का संदेश, मिलेंगे सात हजार रुपये प्रति एकड़

धान की सीधी बिजाई (डीएसआर) करने वाले किसानों को कृषि विभाग सात हजार रुपये देगा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 07:18 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 07:18 AM (IST)
आठ जिलों के किसान देंगे जल बचाने का संदेश, मिलेंगे सात हजार रुपये प्रति एकड़
आठ जिलों के किसान देंगे जल बचाने का संदेश, मिलेंगे सात हजार रुपये प्रति एकड़

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : धान की सीधी बिजाई (डीएसआर) करने वाले किसानों को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पांच हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि देगा। प्रदेश में करीब 20 हजार एकड़ में इस विधि से धान की बिजाई होगी। सबसे ज्यादा कैथल में चार हजार एकड़ का लक्ष्य रखा गया है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस बार किसानों में डीएसआर के प्रति खास रुझान है।

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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मुताबिक धान की सीधी बिजाई (डीएसआर) के लिए प्रदेश के आठ जिलों को चिन्हित किया गया है। क्योंकि इन जिलों में जल स्तर की स्थिति चितनीय है। अंबाला व यमुनानगर में दो-दो हजार एकड़, करनाल व कुरुक्षेत्र में तीन-तीन हजार, कैथल में चार हजार, पानीपत, जींद व सोनीपत में भी दो-दो हजार एकड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक किसानों में रुझान अधिक होने के कारण रकबा लक्ष्य से अधिक होने की संभावना है। यह हैं फायदे

धान की सीधी बिजाई का एक नहीं बल्कि विशेषज्ञों द्वारा कई फायदे गिनाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुरूप सीधी बिजाई करने पर 30-35 फीसद पानी की बचत होती है और लेबर की समस्या से भी निजात मिल जाती है। इसके अतिरिक्त लागत खर्च घट जाता है और पौधों की संख्या पूरी होने के कारण पैदावार भी अव्वल रहती है। खाद-खुराक सीधे तौर पर पौधे की जड़ों में जाता है और कीड़े व बीमारियों का प्रकोप भी कम रहता है। कम अवधि वाली संकर किस्मों व बासमती किस्म की धान के लिए यह विधि काफी कारगर बताई जा रही है। स तकनीकी से मशीन के माध्यम से धान की बिजाई होती है। खेत में पानी खड़ा करने या कद्दु करने की आवश्यकता नहीं रहती है। सूखे खेत में ही धान की बिजाई हो सकती है। किसानों के लिए फायदेमंद

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डा. जसविद्र सैनी ने बताया कि शुद्ध मुनाफा बढ़ाने के लिए संसाधन संचय की तकनीकों को अपनाना जरूरी है। मशीन से धान की सीधी बिजाई किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। फसल पर बढ़े रही लागत खर्च के मद्देनजर किसानों द्वारा इस पद्धति को अपनाया जाना जरूरी है। न केवल पानी व समय की बचत होती है बल्कि पैदावार में भी इजाफा होता है। किसान को प्रति एकड़ सात हजार रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। बीते वर्ष जिले में इस विधि द्वारा बिजाई के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इस वर्ष उम्मीद है बीते वर्ष से अधिक क्षेत्र पर धान की सीधी बिजाई होगी।


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