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टापू कमालपुर में कटाव से आबादी को खतरा, ग्रामीणों में हड़कंप

यमुना नदी में आई बाढ़ ने टापू कमालपुर गांव में रौद्र रूप दिखाया है। यहां तेजी से भूमि कटाव हो रहा है। इससे किसानों में हड़कंप है। स्थिति का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने दौरा किया। ग्रामीणों ने इसका ठीकरा वन विभाग के अधिकारियों के सिर फोड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 09:10 AM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 06:35 AM (IST)
टापू कमालपुर में कटाव से आबादी को खतरा, ग्रामीणों में हड़कंप
टापू कमालपुर में कटाव से आबादी को खतरा, ग्रामीणों में हड़कंप

संवाद सहयोगी, छछरौली : यमुना नदी में आई बाढ़ ने टापू कमालपुर गांव में रौद्र रूप दिखाया है। यहां तेजी से भूमि कटाव हो रहा है। इससे किसानों में हड़कंप है। स्थिति का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने दौरा किया। ग्रामीणों ने इसका ठीकरा वन विभाग के अधिकारियों के सिर फोड़ा है। आरोप है कि वन विभाग के अधिकारियों ने बचाव कार्यो के लिए अनुमति नहीं दी। गांव की पगडंडी से 15 फुट की दूरी पर कटाव हो रहा है। यदि कटाव नहीं रुका तो आबादी में पानी घुस जाएगा। शुक्रवार को ग्रामीण डीसी मुकुल कुमार से मिलेंगे।

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यमुना नदी से आबादी आठ सौ मीटर की दूरी पर : ग्रामीणों के मुताबिक गांव से मात्र आठ सौ मीटर की दूरी पर यमुना नदी बह रही है । गांव के बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि कभी यमुना नदी तीन किलोमीटर दूर हुआ करती थी। धीरे-धीरे समय बीता और यमुना नदी ने अपना बहाव बदला। आज परिणाम यह हुआ कि यमुना गांव के बिलकुल करीब पहुंच चुकी है। हर साल बाढ़ की विभीषिका के कारण हजारों एकड़ भूमि यमुना नदी में समा रही है। इससे दर्जनों किसान आज भूमिहीन हो गए हैं।

सरपंच प्रदीप चौहान ने बताया कि टापू कमालपुर गांव पहले ही एक टापू पर बसा हुआ है। वन विभाग ने सीमेंट कंक्रीट ब्लाक में गटके की जगह मोटा पत्थर और मिट्टी डाल दी। पानी के तेज बहाव से सीमेंट कंक्रीट ब्लॉक बह गए। ग्रामीण मोहन राणा और सतीश राणा का कहना है कि सात सौ एकड़ भूमि यमुना नदी की भेंट चढ़ गई है। पिछली बार सिचाई विभाग ने पत्थरों की स्टेनिग वॉल बनाई थी। जितने एरिया में स्टनिग वॉल बनी थी उतना एरिया सुरक्षित है। इस बार वन विभाग ने सिचाई विभाग को अपने क्षेत्र में काम करने की अनुमति नहीं दी। 36 लाख रुपया वापस चला गया और उसी क्षेत्र में भारी भूमि कटाव हुआ। उनका कहना है कि अगर थोड़ा सा पानी और आ जाए तो यमुना नदी से 15 फीट दूरी पर बनी पगडंडी में पानी बहने लगेगा। यह पानी सीधा गांव की आबादी को प्रभावित करेगा।

सिचाई विभाग ने 1800 फुट वर्क आर्डर भेजा : सिचाई विभाग जगाधरी सर्कल के एसडीओ जसविद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कमालपुर साइट का दौरा किया है। यहां भारी भूमि कटाव हुआ है। इसके लिए विभाग ने तत्काल 1800 फुट वर्क आर्डर दे दिए गए हैं। मिट्टी के कट्टे लगाकर कटाव को बढ़ने से रोका जाएगा। वन विभाग रेंज अफसर रामपाल का कहना है कि यमुना नदी में पानी अधिक आया है। इसके कारण सीमेंट के कंक्रीट ब्लॉक ढह गए। उनकी टीम ने आज गांव का दौरा किया है। जो भी जरूरी होगा वह कदम उठाए जाएंगे।


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