अपने ही आदेश लागू नहीं करा पाया बिजली निगम
नियमों को ताक पर रखकर बिजली निगम पोल से केबल का धंधा चलवा रहा है। शहर में एक भी पोल ऐसा नहीं है जिस पर केबल की तारों का जाल न लटका हो। अवैध रूप से लटके इन तारों को हटाने के लिए बिजली निगम के अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई तक नहीं की गई। समाजसेवी प्रभजीत सिंह की ओर से भी इस संबंध में फिर से सीएम विडो पर शिकायत दी गई लेकिन अधिकारियों ने उसे भी गंभीरता से नहीं लिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नियमों को ताक पर रखकर बिजली निगम पोल से केबल का धंधा चलवा रहा है। शहर में एक भी पोल ऐसा नहीं है, जिस पर केबल की तारों का जाल न लटका हो। अवैध रूप से लटके इन तारों को हटाने के लिए बिजली निगम के अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई तक नहीं की गई। समाजसेवी प्रभजीत सिंह की ओर से भी इस संबंध में फिर से सीएम विडो पर शिकायत दी गई, लेकिन अधिकारियों ने उसे भी गंभीरता से नहीं लिया।
स्ट्रीट लाइट के पोल का भी यही हाल :
बिजली निगम की तरह नगर निगम की ओर से लगाए गए स्ट्रीट पोल का भी यही हाल है। स्ट्रीट लाइटों पर भी केबल नेटवर्क वालों ने अपने तार बांधे हुए हैं। जबकि यह गैर कानूनी है। बिजली निगम के पोलों पर भी इसी तरह से केबल के तार लटके हुए हैं। ऐसे में कोई भी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। ये तारें बिजली निगम व नगर निगम के अधिकारियों के सामने लगे हुए हैं फिर भी किसी पर कार्रवाई नहीं की गई। पोल से ही बिजली की सप्लाई आ रही है। ऐसे में यदि केबल तार बिजली की तार में लग गए तो करंट भी आ सकता है। केबल तार हादसों का कारण भी बन रहे हैं।
ये हैं विभाग के आदेश :
यूएचबीवीएन वाणिज्य के मुख्य महाप्रबंधक ने सुरक्षा नियमों को ध्यान में रखते हुए सेल्स सर्कुलर नंबर यू-47/2007 पारित किया हुआ है। जिसके अनुसार कोई भी आपरेटर बिजली के पोल पर केबल तार नहीं लगा सकता। सीएम विडो पर दी गई शिकायत पर प्रभजीत सिंह को अधिकारियों ने बताया कि केबल संचालकों को इस संबंध में नोटिस दिए गए हैं। आरोप है कि जिस अधिकारी के खिलाफ शिकायत दे रहे हैं, उसी को जांच सौंप दी जाती है।