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टापूमाजरी में आंगनबाड़ी केंद्र को लेकर विवाद, कब्जा लेने पहुंची सीडीपीओ व वर्करों के साथ महिलाओं ने की हाथापाई

टापूमाजरी गांव में आंगनबाड़ी केंद्र पर कब्जा लेने पहुंची सीडीपीओ व आंगनबाड़ी सुपरवाइजर और वर्कर के साथ ग्रामीणों ने धक्का मुक्की कर दी। आरोप है कि ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी केंद्र का सामान उठाकर बाहर फेंक दिया। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि यह जगह चौपाल की है। यहां पर पत्थर लगा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 12:32 AM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 12:32 AM (IST)
टापूमाजरी में आंगनबाड़ी केंद्र को लेकर विवाद, कब्जा लेने पहुंची सीडीपीओ व वर्करों के साथ महिलाओं ने की हाथापाई
टापूमाजरी में आंगनबाड़ी केंद्र को लेकर विवाद, कब्जा लेने पहुंची सीडीपीओ व वर्करों के साथ महिलाओं ने की हाथापाई

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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टापूमाजरी गांव में आंगनबाड़ी केंद्र पर कब्जा लेने पहुंची सीडीपीओ व आंगनबाड़ी सुपरवाइजर और वर्कर के साथ ग्रामीणों ने धक्का मुक्की कर दी। आरोप है कि ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी केंद्र का सामान उठाकर बाहर फेंक दिया। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि यह जगह चौपाल की है। यहां पर पत्थर लगा हुआ है। विभाग ने जबरन इसे आंगनबाड़ी केंद्र बना दिया है। कोर्ट में भी यह मामला चल रहा है। चौपाल पर कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। इसी तरह से पहले ब्राहमण माजरी में भी कब्जा किया गया था।

सीडीपीओ सीमा प्रसाद के मुताबिक, टापूमाजरी गांव में चौपाल कंडम हो गई थी। उसका रेजुलेशन तत्कालीन सरपंच भोपाल ¨सह ने पास किया था। 2011-12 में इस जगह पर आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण हुआ। इसमें पांच लाख रुपये का बजट विभाग की ओर से जारी किया गया था। उस समय सरपंच ही निर्माण कार्य करवाते थे। उन्होंने ही आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण करवाया। ग्रामीणों ने इसके खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया था। 2015 में विभाग कोर्ट से केस जीत गया था, लेकिन ग्रामीणों ने कब्जा नहीं करने दिया। आरोप है कि ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी केंद्र पर चौपाल के नाम का पत्थर लगा दिया था। अब विभाग ने इस केंद्र पर कब्जा लिया। 12 दिसंबर को सीडीपीओ सीमा प्रसाद, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर व वर्कर को साथ लेकर कब्जा लेने के लिए पहुंची और अंदर अपना सामान रख दिया। जिसका पता ग्रामीणों को लगा, तो गांव से काफी संख्या में महिलाएं पहुंची और उनके साथ बहस करने लगे। जब उन्हें कोर्ट के आदेश के बारे में बताया, तो वह धक्का मुक्की करने लगे। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्र में रखा सामान भी बाहर फेंक दिया।

इनके खिलाफ दी गई शिकायत

सीडीपीओ की ओर से बाला पत्नी रणजीत, रीना पत्नी चमनलाल, सरोज पत्नी रामेशवर, किरणा पत्नी सुरेश, कंता पत्नी साहब ¨सह, सुखदेवी पत्नी सुरजीत, मीना पत्नी गुरदयाल, गुडी पत्नी बुध राम, कला पत्नी जगदीश, जसमेरी पत्नी चंदा, ममता पत्नी शिवचरण, रानी पत्नी रामधारी, सुनहरी पत्नी बालक राम, सरोज बाला सोमनाथ, उमा पत्नी सुभाष, संतोष पत्नी जीतराम, माम कौर पत्नी कश्मीरा, फूलो पत्नी प्रेम चंद, शीला पत्नी जागराम, संतोष पत्नी जगबीर, सवित्री पत्नी हरी राम, अंग्रेजो पत्नी रघुबीर के खिलाफ शिकायत दी गई है। आरोप है कि आंगनबाड़ी वर्करों का मोबाइल भी छीन लिया गया। बूड़िया थाना प्रभारी महावीर का कहना है कि सीडीपीओ की शिकायत पर 22 महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।


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