अमरनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के नहीं बन रहे मेडिकल
जागरण संवाददाता यमुनानगर मेडिकल बनवाने के लिए सिविल अस्पताल में आने वाले अमरनाथ यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। डॉक्टर नहीं मिलने की वजह से तीन-चार दिन से मेडिकल बनवाने के लिए आए श्रद्धालुओं को लौटना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
मेडिकल बनवाने के लिए सिविल अस्पताल में आने वाले अमरनाथ यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। डॉक्टर नहीं मिलने की वजह से तीन-चार दिन से मेडिकल बनवाने के लिए आए श्रद्धालुओं को लौटना पड़ रहा है। वीरवार को भी अस्पताल में मेडिकल के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं को डॉक्टर नहीं मिले। उन्हें बताया गया कि दो डॉक्टर छुट्टी पर गए है, जबकि एक डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में है। व्यवस्था से परेशान श्रद्धालुओं ने अस्पताल में हंगामा किया। स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की, लेकिन उनकी कोई भी सुनने वाला नहीं था। सिविल सर्जन भी मीटिग में होने की बात कहते हुए अस्पताल में नहीं आए। मजबूरन श्रद्धालुओं को लौटना पड़ा।
हर वर्ष अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं का जत्था जाता है। पहले मार्च महीने में ही श्रद्धालुओं के मेडिकल और यात्रा की औपचारिकता के आवेदन शुरू हो जाते थे। इस बार अप्रैल माह में शुरू हुए हैं। हर-हर महादेव सेवा दल के अध्यक्ष डॉ. प्रेमकुमार ने बताया कि जुलाई माह से यात्रा शुरू हो जाएगा। अकेले यमुनानगर से एक हजार से भी अधिक श्रद्धालु अलग-अलग जत्थों में जाते हैं। इसके लिए पहले मेडिकली फिट होने का प्रमाण पत्र देना पड़ता है। इसके बाद बैंकों से यात्रा परमिट के लिए फार्म भरना पड़ता है। इस पूरी प्रक्रिया में 10 से 15 दिन लग जाते हैं। तीन दिन से काट रहे चक्कर
सिविल अस्पताल में मेडिकल बनवाने के लिए पहुंचे राजकुमार, मुनीराम, हीरालाल, राजीव, अमन और मनीष राणा ने बताया कि तीन दिन से वह रोजाना अस्पताल में आ रहे हैं। कभी कोई डॉक्टर नहीं मिलता, तो कभी चिकित्साधीक्षक नहीं मिलते। बृहस्पतिवार को यहां आए, तो चिकित्साधीक्षक छुट्टी पर मिले। फिजिशियन भी छुट्टी पर थे। एक अन्य चिकित्सक हड्डी का ऑपरेशन कर रहे थे। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अमरनाथ यात्रियों के लिए अलग से पर्ची काउंटर बनना चाहिए और डॉक्टरों का अलग से पैनल होना चाहिए। इस बारे में सिविल सर्जन को फोन किया गया, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।