Move to Jagran APP

चुनाव ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों के मानदेय में गड़बड़ी, हर ब्लॉक में दी अलग राशि

?????? ????? ??? ?????? ???? ???? ??????????? ?? ??? ???? ???? ?????? ?? ???? ?? ??? ???? ??????????? ?? ?? ???? ???? ????? ???-??? ?????? ???? ???? ???????? ???? ??? ??? ??? ?? ?????? ?? ????? ??? ???? ???? ?? ??????? ?? ?? ??? ???? ???? ???? ?????? ???????? ????? ?? ????? ???? ? ??? ????? ???? ?? ???? ?? ????? ?? ?????? ???? ??? ??? ???? ??????? ???????? ???? ?????? ??????? ??? ?? ?? ?? ????? ?? ???? ?????? ???? ????? ???????? ???? ?? ?????? ???? ???

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 07:01 PM (IST)Updated: Mon, 20 May 2019 06:29 AM (IST)
चुनाव ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों के मानदेय में गड़बड़ी, हर ब्लॉक में दी अलग राशि

फोटो : 11, 12

loksabha election banner

पीठासीन अधिकारी को 1550 की बजाय 1400 रुपये तो बीएलओ को 650 के बजाय 250 रुपये दिए जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लोकसभा चुनाव में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को दिए जाने वाले मानदेय पर सवाल उठ रहे हैं। कर्मचारियों को एक समान नहीं, बल्कि अलग-अलग मानदेय दिया गया। कर्मचारी आरोप लगा रहे हैं कि मानदेय के वितरण में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई है। इसकी जांच होनी चाहिए। कर्मचारी खुलकर तो सामने नहीं आ रहे, लेकिन अंदर ही अंदर एक-दूसरे से संपर्क जरूर साध रहे हैं। हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ ने तो इस मामले में मीटिग करके आगामी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। कर्मचारियों के अनुसार 12 मई को हुए लोकसभा चुनाव में एक बूथ पर पांच कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। इनमें एक पीठासीन अधिकारी, एक वैकल्पिक पीठासीन अधिकारी, दो पोलिग अधिकारी और एक बीएलओ लगाया गया था। पीठासीन अधिकारी को 1550 रुपये, वैकल्पिक पीठासीन अधिकारी को 1150 रुपये, दोनों पोलिग अधिकारी को 900-900 रुपये और बीएलओ को 650 रुपये दिए जाने थे। कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें चुनाव आयोग ने निर्धारित मानदेय नहीं दिया गया। पीठासीन अधिकारी को 1550 रुपये की जगह 1400 रुपये, वैकल्पिक पीठासीन अधिकारी को 1000 रुपये, पोलिग अधिकारी को 750 रुपये और बीएलओ को मात्र 250 रुपये ही दिए गए। सभी पोलिग बूथ पर कर्मचारियों को अलग-अलग मानदेय दिया गया। कर्मचारियों का कहना है कि मानदेय देने में किस स्तर पर गड़बड़ी की गई इसकी जांच होनी चाहिए। जो भी अधिकारी दोषी है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। अध्यापक संघ ने दोबारा बुलाई मीटिंग

हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ के जिला प्रधान सतपाल का कहना है कि निर्वाचन आयोग ने बीएलओ को 650 रुपये मेहनताने के बजाय कहीं 250 रुपये तो कहीं 350 रुपये और कहीं पर कुछ भी राशि नहीं दी गई। जब आयोग की तरफ से प्रत्येक बीएलओ को चुनाव मेहनताना 650 रुपये देने का प्रावधान है तो जिले में अधिकारियों द्वारा इसे कम और असमान रूप से क्यों बांटा गया। यह उनके अधिकारों का हनन है। डीसी को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। जल्द ही इस बारे संगठन व बूथ लेवल पदाधिकारियों की मीटिग बुलाकर अगली रणनीति बनाते हुए संघर्ष का एलान किया जाएगा। अपने एआरओ से शिकायत कर सकते हैं : प्रशांत पंवार

एडीसी और सहायक रिटर्निग अधिकारी प्रशांत पंवार ने बताया कि निर्वाचन आयोग की तरफ से जो मानदेय भेजा गया था उसी के अनुसार ही सभी कर्मचारियों को वितरण किया गया है। ये पैसा सेक्टर अधिकारी ने कर्मचारियों को दिया है। कम मानदेय देने की शिकायत अभी उनके पास नहीं आई है। यदि किसी ब्लॉक में कर्मचारी को दिक्कत है तो वे अपने असिस्टेंट रिटर्निग अधिकारी से मिल सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.