Move to Jagran APP

गंदगी में तैयार हो रही मिठाइयां, रसगुल्ले में पड़ी मिली मक्खियां, इंसान क्या, जानवर के खाने लायक भी नहीं

जो मिठाइयां त्योहारों पर बाहर से साफ दिखती हैं, असल में वे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं क्योंकि ये गंदगी में तैयार की जाती हैं। दीपावली से पहले ही स्वास्थ्य विभाग व सीआइए की टीमों ने शहर में ताबड़तोड़ छापेमारी की तो मिठाई विक्रेताओं की पोल खुली। शहर की मुख्य दुकानों के गोदामों पर छापेमारी की गई। कही पर रसगुल्ले में मक्खियां पड़ी मिली, तो कही टॉयलेट के पास ही मिठाईयां तैयार की जा रही थी। जहां पर मिठाईयां बन रही थी। उस जगह को देख टीम भी दंग रह गई। इतनी गंदगी थी कि टीम के लोगों को भी मुंह पर कपड़ा रखना पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 06:19 PM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 11:08 PM (IST)
गंदगी में तैयार हो रही मिठाइयां, रसगुल्ले में पड़ी मिली मक्खियां, इंसान क्या, जानवर के खाने लायक भी नहीं
गंदगी में तैयार हो रही मिठाइयां, रसगुल्ले में पड़ी मिली मक्खियां, इंसान क्या, जानवर के खाने लायक भी नहीं

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जो मिठाइयां त्योहारों पर बाहर से साफ दिखती हैं, असल में वे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं क्योंकि ये गंदगी में तैयार की जाती हैं। दीपावली से पहले ही स्वास्थ्य विभाग व सीआइए की टीमों ने शहर में ताबड़तोड़ छापेमारी की तो मिठाई विक्रेताओं की पोल खुली। शहर की मुख्य दुकानों के गोदामों पर छापेमारी की गई। कही पर रसगुल्ले में मक्खियां पड़ी मिली, तो कही टॉयलेट के पास ही मिठाईयां तैयार की जा रही थी। जहां पर मिठाईयां बन रही थी। उस जगह को देख टीम भी दंग रह गई। इतनी गंदगी थी कि टीम के लोगों को भी मुंह पर कपड़ा रखना पड़ा। टीम ने खराब जगह पर बन रही इन मिठाईयों को नष्ट कराया। डॉक्टरों का कहना था कि यह मिठाईयां इंसान तो क्या, जानवरों के खाने लायक भी नहीं है। डीएचओ डॉ. बागेश ने बताया कि तीन जगहों पर छापेमारी की गई। यहां पर मिठाईयों में गंदगी मिली है।

loksabha election banner

सोमवार को सीआइए व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर में संयुक्त रूप से अभियान चलाया। सबसे पहले टीम ने जीएनजी कॉलेज के सामने गली में मामू बेकर्स एंड स्वीट्स के गोदाम पर छापा मारा। यहां पर मिठाईयों में डाला जाने वाला कलर मिला। जब संचालक अनुपम मित्तल से टीम ने पूछा, तो उसने कहा कि उसे पता नहीं था कि मिठाईयों में रंग नहीं डालना है। जब गोदाम के अंदर मिठाईयों की स्थिति देखी, तो वह भी बेहद खराब मिली। मिठाईयों में मक्खियां मरी पड़ी थी। रसगुल्ले की एक बाल्टी में मक्खियां मरी पड़ी थी, तो कुछ बाल्टी के ऊपर भिनभिना रही थी। खोया टॉयलेट के पास रखा हुआ था। जहां से निकलते ही पानी खोये पर टपक रहा था। टीम ने संचालक को यह मिठाईयां नष्ट करने के लिए कहा, तो उसने मना कर दिया। बाद में टीम ने जब सील लगाने की बात कही, तो फिर उसने टीम की बात मानी। टीम ने 25 टीन यहां से मिठाई नष्ट की।

रिकॉर्ड नहीं दिखा सका विक्रेता

टीम ने लालद्वारा मंदिर के पास संजीव पुरी के गोदाम पर छापा मारा। यहां पर मिल्क केक, सोन पापड़ी, लड्डू, कराची बर्फी रखे मिले। देखने से ऐसा लग रहा था कि यह काफी पुराने समय की रखी हुई है। जब संचालक संजीव पुरी से रिकॉर्ड मांगा गया, तो वह रिकॉर्ड नहीं दिखा सका। उसने बताया कि वह कांसापुर रोड से आलिया स्वीट्स से मिठाई मंगवाता है। जिस पर टीम से कुछ लोग वहां पर पड़ताल करने पहुंचे। टीम ने जांच की, तो वहां से चार कुंतल माल का बिल कटवाया हुआ मिला। मौके से सामान के सैंपल भरे गए और गोदाम को सील कर दिया गया। इसके बाद टीम ने चनेटी रोड पर मिठाई के गोदाम में छापा मारा। वहां भी व्यवस्था बदहाल मिली। गंदगी में मिठाईयां तैयार हो रही थी। यहां पर भी टीम ने सैंपल भरे और गोदाम को सील कर दिया।

कलापुर में 688 किलो मिठाई नष्ट

कलापुर में केमिकल से तैयार हो रही मिठाईयों के मामले में दूसरे दिन सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप ¨सह टीम के साथ पहुंचे। पहले दिन मौके पर सील लगाई गई थी। अब दूसरे दिन टीम ने मौके से 688 किलो मिठाई नष्ट की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.