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दो और गोवंशों की मौत, गोशाला प्रबंधन बैठक तक सीमित

शहजादवाला गांव की स्वामी वीतरागानंद गोशाला में शुक्रवार को दो और गोवंशों ने दम तोड़ दिया। लगातार हो रही गोवंशों की मौत का मामला उजागर होते ही अब गोशाला समिति भी हरकत में आई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 12:34 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 06:32 AM (IST)
दो और गोवंशों की मौत, गोशाला प्रबंधन बैठक तक सीमित

संवाद सहयोगी, प्रतापनगर :

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शहजादवाला गांव की स्वामी वीतरागानंद गोशाला में शुक्रवार को दो और गोवंशों ने दम तोड़ दिया। लगातार हो रही गोवंशों की मौत का मामला उजागर होते ही अब गोशाला समिति भी हरकत में आई है। शुक्रवार को ही गोशाला प्रबंधन कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में गोशाला की देखरेख और सफाई के लिए आठ नए कर्मचारी रखने का निर्णय लिया गया है। हालांकि अभी तक गोशाला में हरे चारे का प्रबंध नहीं हो सका है। गोशाला प्रबंधन समिति के सदस्य सुमेर वालिया ने बताया कि उनके पास पर्याप्त भूसा है। भूसे के साथ ही गोवंशों को चोक्कर दिया जा रहा है। अब हम आठ और कर्मचारियों को गोशाला में रखने जा रहे हैं। गोवंशों को भी कैटेगरी वाइज रखा जाएगा। इसके लिए भी व्यवस्था की जा रही है।

शुक्रवार को दो ओर गोवंशों की मौत हुई। कई अन्य गोवंश भी मरने की कगार पर हैं। उन्हें सहारा देकर खड़ा किया जा रहा है। पोस्टमार्टम तक नहीं कराया

बीमार गोवंशों की पशु चिकित्सक ने जांच की, लेकिन मृत गोवंशों का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया। ऐसे में गोवंशों को होने वाली बीमारी का भी सही पता नहीं लग सका है। अभी तक भूख से ही गोवंशों के बीमार होने की बात कही जा रही है। यदि इनका पोस्टमार्टम होता, तो सही बीमारी का पता लग सकता था, लेकिन ऐसा नहीं करवाया गया। मृत गोवंशों की खाल उतारकर उनके अवशेष भी हड्डा रोडी की जमीन पर डाल दिए गए।


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