ताजेवाला से भूडकलां के रास्ते दिन रात चल रहे हैं अवैध खनन में लगे डंपर
अधिकांश डंपर आसपास के ग्रामीणों के लगे हुए हैं। यहां पर खनन विभाग ने रोक के लिए बेरिकेट लगाए लेकिन माफिया ने जंगल की जमीन में रास्ता बना लिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
रोक के बावजूद भी ताजेवाला से भूडकलां के रास्ते दिन रात खनन सामग्री से भरे वाहन निकल रहे हैं। अधिकांश डंपर आसपास के ग्रामीणों के लगे हुए हैं। यहां पर खनन विभाग ने रोक के लिए बैरिकेड लगाए, लेकिन माफिया ने जंगल की जमीन में रास्ता बना लिया। कुछ लोगों ने इसकी शिकायत भी पुलिस से की। जब तक पुलिस पहुंचती, तब तक वहां से लोग फरार हो गए। थाना प्रभारी प्रताप नगर सुभाष चंद्र ने बताया कि उनके पास सुबह 10 बजे के फोन आया। जिस पर ताजेवाला से अवैध खनन से भरे डंपर निकलने की बात कही गई थी। मौके पर पुलिस टीम गई थी, लेकिन वहां कोई वाहन नहीं मिला।
भूडकलां पुल बना सूचना तंत्र का अड्डा
ताजेवाला व आसपास क्षेत्र में सूचना तंत्र के दम पर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है, क्योंकि खनन माफिया के लोग बीकेडी रोड पर भूडकलां अड्डा, किशनपुरा चौक, खिजराबाद अनाज मंडी व देवधर में बैठे रहते हैं। जो हर आने व जाने वालों पर नजर रखते हैं। जैसे ही कोई सरकारी गाड़ी आती है। उसकी सूचना आगे भेज देते हैं। बताया जा रहा है कि जंगल से खनन माफिया ने रास्ता बनाया हुआ है। यहां से वह आसानी से प्रशासन की टीमों ने बचकर निकल जाते हैं। इसलिए ही यहां पर लगाए गए बैरिकेड को खनन माफिया ने हटा दिया।
सूचना के लिए बना रखे हैं वाट्सएप ग्रुप
अवैध खनन में कोई परेशानी न हो इसके लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए हुए हैं। एक तरफ जहां खनन माफियाओं के आदमी हर आने-जाने वालों पर नजर रखते हैं, वहीं वाट्सए पके जरिए हर प्रकार की सूचनाओं का आदान प्रदान होता है। वाट्सएप ग्रुपों के जरिए जिले की सरकारी गतिविधियों का इनको पता चलता रहता है। जैसे ही कोई भी सरकारी गाड़ी निकलती है मैसेज आगे पहुंच जाता है।