अविवाहित मां से भाई के दोस्त ने बनाए थे संबंध, बच्चे की हालत गंभीर
शौचालय में डिलीवरी के बाद अविवाहित मां ने जिस बच्चे को बरसात मे फेंक दिया था उस मामले में अहम खुलासा हुआ है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : शौचालय में डिलीवरी के बाद अविवाहित मां ने जिस बच्चे को बरसात में छत पर रखा था। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डाक्टर पीजीआइ में उसकी निगरानी कर रहे हैं। मां ने टीम को बताया कि उसके बच्चे के पिता का नाम शुभम है और वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। जांच में पता चला कि शुभम युवती के भाई का दोस्त है। वह गुलाब नगर का रहने वाला है। उसका गलत पता बताकर युवती ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। थाना शहर जगाधरी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शुभम को हिरासत में लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। वहीं बच्चे की मां भी सिविल अस्पताल जगाधरी के लेबर रूम में दाखिल है। मां के शारीरिक रूप से कमजोर होने के कारण फिलहाल उससे ज्यादा पूछताछ नहीं की जा रही है।
उम्र को लेकर अभी दुविधा
चाइल्ड हेल्पलाइन की निदेशिका डा. अंजू बाजपेयी का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि जिस अविवाहित मां ने बच्चे को जन्म दिया है वह बालिग है या नाबालिग। उम्र संबंधित कोई दस्तावेज मिलने पर ही आरोपित शुभम के खिलाफ ठोस कार्रवाई हो पाएगी। परिजन युवती को बालिग बता रहे हैं, लेकिन इसका सही पता उम्र संबंधित दस्तावेज मिलने के बाद ही चलेगा।
सुबह होते ही आ गए युवती के माता-पिता
नवजात बच्चे को लावारिस फेंकने के आरोप में पुलिस ने काली माता मंदिर जगाधरी के नजदीक रहने वाले अजय चड्ढा की शिकायत पर अविवाहित मां के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। सोमवार को युवती के माता-पिता व नानी पुलिस कार्रवाई के डर से कहीं चले गए थे। पुलिस ने उनकी काफी तलाश की परंतु उनका कुछ पता नहीं चला था। परंतु मंगलवार सुबह वह अस्पताल में पहुंच गए। परंतु वह भी पुलिस को जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहे। वह यह तक नहीं बता रहे कि उनकी बेटी किसी स्कूल में पढ़ी है या नहीं। क्योंकि स्कूल से रिकार्ड निकलवाने पर उसकी उम्र का भी पता चल जाएगा। मंगलवार दोपहर को सारे परिजन फिर से कहीं चले गए। टीम ने उनके मोबाइल पर संपर्क किया परंतु वह हर बार यह है मामला
रविवार रात जगाधरी के मुखर्जी पार्क में अविवाहित मां ने शौचालय में खुद की डिलीवरी के बाद नवजात बेटे को शौचालय की छत पर कपड़े में लपेट कर बरसात में रख दिया था। कई घंटे वह ऐसे ही बरसात में भीगता रहा। डिलीवरी के बाद युवती सुबह बेहोश हो गई। उसकी नानी उसे सुबह सिविल अस्पताल में लेकर गई। जहां डाक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसकी डिलीवरी हुई है। वहीं आसपास के लोगों ने शौचालय की छत पर बच्चे को देखा तो उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चा बरसात में भीगा हुआ था। उसे पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। फिर भी उसे चाइल्ड हेल्पलाइन की निदेशिका डा. अंजू बाजपयी ने भी अस्पताल व उस जगह का मुआयना किया था।