एक सप्ताह बाद कनाडा से घर पहुंचा अभिषेक का शव, गमगीन माहौल में हुआ संस्कार
कनाडा के वैकुंवर में पढ़ने के लिए गए रादौर निवासी प्रमोद कक्कड़ के बेटे अभिषेक उर्फ राजा की 8 सितंबर को सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद रविवार को उनका शव भारत लाया गया। तड़के 3.50 बजे पर शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। पूरी जांच पड़ताल के बाद शव को एयरपोर्ट के अधिकारियों ने परिजनों के हवाले किया।
संवाद सहयोगी, रादौर : कनाडा के वैकुंवर में पढ़ने के लिए गए रादौर निवासी प्रमोद कक्कड़ के बेटे अभिषेक उर्फ राजा की 8 सितंबर को सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद रविवार को उनका शव भारत लाया गया। तड़के 3.50 बजे पर शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। पूरी जांच पड़ताल के बाद शव को एयरपोर्ट के अधिकारियों ने परिजनों के हवाले किया। 11 बजे शव जैसे ही रादौर पहुंचा तो हर किसी की आंखे नम हो गई। एक बजे श्मशान घाट में अभिषेक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए। अभिषेक के शव को कनाडा सरकार ने लंबी कागजी प्रक्रिया के बाद शनिवार को भारत के लिए रवाना किया था। शव को भारत भिजवाने में अभिषेक के दोस्तों व वहां रह रहे अप्रवासी भारतीयों ने काफी मदद की।
अप्रवासी दंपती के प्रयासों से एक सप्ताह में पहुंचा शव :
दो वर्ष पहले वैकुंवर शहर में पढ़ने के लिए गए अभिषेक कक्कड़ की सात सितंबर को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। वैंकुंवर शहर के पास सरी में रह रही रादौर निवासी हरदीप मान गिल उर्फ बेबी मान व उनके पति जगजीत सिंह गिल को टेलीविजन पर भारतीय छात्र की सड़क दुर्घटना में मौत होने का पता चला तो उन्होंने मामले की जानकारी ली। हरदीप मान ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि दुर्घटना का शिकार हुआ युवक उनके गांव रादौर से है तो उनसे रहा नहीं गया। हरदीप ने बताया कि आमतौर पर कनाडा से भारत किसी शव को भेजने में 20 से 25 दिन का समय लगता है। कनाडा पुलिस दुर्घटना के कारणों की पूरी तरह से जांच करने में काफी समय लगाती है। एक सप्ताह में सभी औपचारिकताएं पूरी करके शनिवार को उसका शव भारत के लिए के रवाना कराया गया।