22766 घरों का कराया सर्वे, 505 में मिला मलेरिया का लारवा, तीन केस डेंगू के भी
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कर्मचारियों की हड़ताल के चलते अब स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया की स्थिति से निपटने के खुद इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। सरकारी आंकड़ों की मानें, तो अभी तक स्थिति कंट्रोल में है। पूरे जिले में 73 केस मलेरिया के सामने आए हैं। जबकि तीन केस डेंगू के मिले हैं। सबसे अधिक खिजराबाद में 46 केस मिले हैं। अब मलेरिया से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने फॉ¨गग का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। जिसके सुपरविजन का जिम्मा चिकित्सकों को दिया गया है। पहले यह कार्य बहुउद्देशीय स्वास्थ्य वर्कर संभालते थे। विभाग ने मलेरिया की स्थिति जांचने के लिए 22766 घरों का सर्वे भी कराया था। जिसमें 505 घरों में लारवा मिला था। इनको नोटिस भी जारी किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कर्मचारियों की हड़ताल के चलते अब स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया की स्थिति से निपटने के खुद इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। सरकारी आंकड़ों की मानें, तो अभी तक स्थिति कंट्रोल में है। पूरे जिले में 73 केस मलेरिया के सामने आए हैं। जबकि तीन केस डेंगू के मिले हैं। सबसे अधिक खिजराबाद में 46 केस मिले हैं। अब मलेरिया से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने फॉ¨गग का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। जिसके सुपरविजन का जिम्मा चिकित्सकों को दिया गया है। पहले यह कार्य बहुउद्देशीय स्वास्थ्य वर्कर संभालते थे। विभाग ने मलेरिया की स्थिति जांचने के लिए 22766 घरों का सर्वे भी कराया था। जिसमें 505 घरों में लारवा मिला था। इनको नोटिस भी जारी किए गए हैं।
बरसात का सीजन खत्म होने के बाद भी मलेरिया का खतरा बना रहता है। अक्टूबर तक यह खतरा बना रहता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग इसकी ओर से पूरी तैयारी कर रहा है, क्योंकि एमपीएचडब्ल्यू हड़ताल पर है। इसके साथ ही 2020 तक का स्वास्थ्य विभाग को मलेरिया से जिले को मुक्त कराने का लक्ष्य मिला हुआ है। इसके चलते ही विभाग अपनी ओर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। यही कारण है कि अन्य वर्षों की अपेक्षा इस बार अब तक केवल 73 केस ही मलेरिया के आए हैं।
505 लोगों को दिए नोटिस :
स्वास्थ्य विभाग की ओर से 22766 घरों का सर्वे कराया गया। यह सर्वे उन जगहों पर कराया गया। जहां पर बरसात के दिनों में भर जाता है। साथ ही घरों में भी सर्वे कराया गया। इस दौरान 505 घरों में मलेरिया का लारवा मिला है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की हुडा सेक्टर 17 स्थित डिस्पेंसरी में पांच मरीजों के डेंगू के लिए सैंपल भी आए। उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। तीन केस डेंगू के पॉजीटिव मिले हैं। इनमें जटेहड़ी, खिजरी व जगाधरी में केस डेंगू के सामने आए हैं। यह है स्वास्थ्य विभाग के इंतजाम :
कुल एमपीएचडब्ल्यू की पोस्ट - 99
वैकेंट - 52
कर्मचारी - 47
हड़ताल पर - चार
427 तालाबों में डलवाई गई गुम्बजियां मछली।
वार्डवाइज 15 सितंबर से 26 सितंबर तक का वार्डों में फॉ¨गग का शेड्यूल।
निगरानी के लिए डॉक्टरों का सुपरविजन
यह है मलेरिया व डेंगू का छह साल का डाटा :
वर्ष - मलेरिया - डेंगू
2012 - 3659- 18
2013 - 1538- 56
2014- 559- 2
2015-634- 122
2016- 503- 65
2017- 270- 70
2018- 73 - 03
खिजराबाद में अधिक मरीज मलेरिया के :
खिजराबाद में इस बार सबसे अधिक 46 केस मलेरिया के मिले हैं। इनमें से 19 केस उत्तर प्रदेश के हैं। यह उन लोगों के केस हैं, जो उत्तर प्रदेश से खिजराबाद खनन जोन में कार्य करने के लिए आते हैं। खिजराबाद खनन जोन में बने गड्ढ़ों में पानी भरा रहता है। जिसकी वजह से मलेरिया पनपता है। मलेरिया की स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। मरीजों को लगातार फॉलो किया जा रहा है। अब फॉ¨गग भी वार्ड वाइज शुरू करवा दी गई है। 505 लोगों को लारवा मिलने पर नोटिस भी दिया गया है।
डॉ. वीके जैन, मलेरिया अधिकारी।