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गोहाना के दो गावं जलाते हैं सबसे अधिक फसल अवशेष

जागरण संवाददाता, गोहाना : सर्वाधिक फसल अवशेष जलाने वाले जिले के 30 गांवों में दो गांव गोह

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 04:23 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 04:23 PM (IST)
गोहाना के दो गावं जलाते हैं सबसे अधिक फसल अवशेष

जागरण संवाददाता, गोहाना : सर्वाधिक फसल अवशेष जलाने वाले जिले के 30 गांवों में दो गांव गोहाना के हैं। स्थानीय प्रशासन और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा धान के सीजन के मद्देनजर इन दोनों गांवों पर अब से ही फोकस करना शुरू कर दिया है। अधिकारी दोनों गांवों के सरकारी स्कूलों में पहुंचे। वहां विद्यार्थियों व ग्रामीणों को फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। ग्रामीणों को अवशेष प्रबंधन की भी जानकारी दी गई।

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जिला प्रशासन द्वारा जिले के उन संवेदनशील गांवों की सूची तैयार की गई है, जिनमें सबसे अधिक फसलों के अवशेष जलाए जाते हैं। इस सूची में गोहाना के गांव खेड़ी दमकन व चिड़ाना शामिल हैं। एसडीएम आशीष वशिष्ठ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एसडीओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेहरा, गोहाना खंड के बीडीपीओ मनोज कौशल व अन्य अधिकारी पहले गांव खेड़ी दमकन और उसके बाद चिड़ाना पहुंचे। दोनों गांवों में सरकारी स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहां ग्रामीणों को भी बुलाया गया। एसडीएम ने ग्रामीणों को अवशेष जलाने के नुकसान बताए। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में जो भी किसान अवशेष जलाता मिला उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। डॉ. मेहरा ने किसानों को अवशेष प्रबंधन की जानकारी दी। बच्चे अपने माता-पिता को समझाएं: एसडीएम

एसडीएम ने विद्यार्थियों को भी फसलों के अवशेष जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे घर जाकर अपने माता-पिता को समझाएं कि वे फसलों के अवशेष न जलाएं।


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