सीबीआइ के सिपाही के घर मिला हरियाणा पुलिस का फर्जी पहचान पत्र
लखनऊ सीबीआइ में तैनात सिपाही सुभाष चंद्र के शहर के सेक्टर-23 स्थित घर की तलाशी में सीबीआइ की विशेष टीम को उसके नाम से बना हरियाणा पुलिस अधिकारी का एक फर्जी पहचान पत्र मिला है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : लखनऊ सीबीआइ में तैनात सिपाही सुभाष चंद्र के शहर के सेक्टर-23 स्थित घर की तलाशी में सीबीआइ की विशेष टीम को उसके नाम से बना हरियाणा पुलिस अधिकारी का एक फर्जी पहचान पत्र मिला है। पहचान पत्र पर डीजीपी स्तर के अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर हैं। इस संबंध में सीबीआइ की दिल्ली शाखा के एसपी की सुधांशुधर मिश्रा ने सिटी थाना में मामला दर्ज कराया है। वे आरोपित सिपाही और उसकी पत्नी पर आय से करीब 400 गुना अधिक संपत्ति के मामले की जांच कर रहे हैं। यह है मामला :
सिपाही सुभाष चंद्र सीआरपीएफ में 1991 में सिपाही भर्ती हुआ था। वह प्रतिनियुक्त पर सीबीआइ में आया था। उसकी पोस्टिंग दिल्ली सीबीआइ में थी। बाद में वह 2004 में स्थाई रूप से सीबीआइ में आ गया। सीबीआइ को शिकायत मिली थी कि वह 2012 से 2017 में दिल्ली में तैनाती के समय अवैध गतिविधियों में शामिल रहा था और अवैध रूप से संपत्ति एकत्रित की। शिकायत में तथ्य प्रस्तुत किया गया था कि आरोपित ने आय से 381 गुना अधिक संपत्ति एकत्र की है। इस मामले में सीबीआइ आरोपित सुभाषचंद्र के साथ ही उसकी पत्नी कविता की संपत्ति भी जांच कर रही है। आजकल सिपाही लखनऊ सीबीआइ में तैनात है। घर की तलाशी में मिला फर्जी पहचान पत्र :
सीबीआइ की टीम को उसके घर की तलाशी लेने पर हरियाणा पुलिस का उसका फर्जी पहचान पत्र, आय-व्यय और निवेश से संबंधित कागजात मिले थे। फर्जी पहचान पत्र पर हरियाणा पुलिस के आइपीएस अधिकारी के.साल्वराज के हस्ताक्षर है। वह भी जाली हैं। सीबीआइ के एसपी सुधांशुधर मिश्रा ने एसपी सोनीपत को पत्र भेजकर फर्जी पहचान पत्र रखने के मामले में कार्रवाई को लिखा था। इसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। सोनीपत आई थी सीबीआइ :
पुलिस के अनुसार सीबीआइ की टीम इस मामले में कई बार सोनीपत आ चुकी है। सीबीआइ की टीम पहली बार 2018 में आई थी। प्रारंभिक जांच में सिपाही और उसकी पत्नी पर 1,71,82,601 रुपये की अवैध संपत्ति मिली है। उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआइ ने 31 मई 2021 को मामला न्यायालय में दर्ज करा दिया है। अब टीम फिर से सेक्टर-23 में आइ थी। टीम ने आरोपित के घर का निरीक्षण किया। डीएसपी स्तर के अधिकारी का हो सकता है पहचान पत्र :
सीबीआइ के एसपी ने अपनी शिकायत में हरियाणा पुलिस का फर्जी पहचान पत्र मिलने की बात कही है। उन्होंने उसके पद का विवरण नहीं दिया है। अभी पुलिस को पहचान पत्र सौपा भी नहीं गया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार सिपाही और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी का पहचान पत्र पंचकूला से पुलिस डायरेक्टर जारी करते हैं। जबकि फर्जी पहचान पत्र पर डीजीपी के हस्ताक्षर हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उसका पहचान पत्र डीएसपी या इससे ऊंचे स्तर के अधिकारी का हो सकता है। हालांकि इसकी पुष्टि पहचान पत्र मिलने के बाद ही हो सकेगी। सीबीआइ के एसपी का पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें आरोपित के आवास पर आय से करीब 400 गुना अधिक संपत्ति रखने के मामले की जांच के लिए आने की बात कही गई है। उसी जांच के दौरान आरोपित के घर से हरियाणा पुलिस का एक फर्जी पहचान पत्र पाया गया है, जिस पर सिटी थाना में भादंसं की धारा 420, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। तथ्य जुटाने के लिए पुलिस की टीम सीबीआइ के दिल्ली आफिस जाएगी।
- इंस्पेक्टर सवित कुमार, एसएचओ, थाना सिटी।