नागरिक अस्पताल में प्रवेश करते ही मरीज खाते हैं हिचकोले
नागरिक अस्पताल में प्रवेश करने के दौरान ही मरीजों को खराब सड़क के कारण झटके झेलने पड़ते हैं। अस्पताल के तीनों गेटों पर सही रैंप नहीं है। मुख्य गेट पर सड़क का लेवल ऊंचा है लोहे की जाली को पार करते ही वाहनों को झटका लगता है। सबसे अधिक मरीज इसी गेट से अस्पताल आते हैं।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : नागरिक अस्पताल में प्रवेश करने के दौरान ही मरीजों को खराब सड़क के कारण झटके झेलने पड़ते हैं। अस्पताल के तीनों गेटों पर सही रैंप नहीं है। मुख्य गेट पर सड़क का लेवल ऊंचा है, लोहे की जाली को पार करते ही वाहनों को झटका लगता है। सबसे अधिक मरीज इसी गेट से अस्पताल आते हैं। इसके अलावा दूसरे गेट पर सीवर का दूषित पानी भरा रहता है और यहां पर भी सड़क जर्जर है। तीसरे गेट पर सड़क से अस्पताल में आने वालों को परेशान होना पड़ता है।
नागरिक अस्पताल के तीन गेट हैं, इनमें से मुख्य गेट सोनीपत-बहालगढ़ रोड पर है। मुख्य गेट से इमरजेंसी तक करीब दो साल पहले नई सड़क बनी थी लेकिन यह मुख्य सड़क से ऊंची बना दी गई थी। अस्पताल में आने वाले वाहनों के लिए यहां पर सही रैंप नहीं है। अधिकतर मरीज इसी गेट से आते हैं और मरीजों को प्रवेश करते ही झटका लगते हैं। इस गेट से वाहन धीरे-धीरे गुजरते हैं। सोनीपत-बहालगढ़ रोड पर ही दूसरा गेट है लेकिन यहां पर हमेशा सीवर का दूषित पानी भरा रहता है। मरीजों और तीमारदारों को अपने वाहन लेकर इसी दूषित पानी से गुजरना पड़ता है। इसके आगे सड़क में गहरे गड्ढे बने हैं। मरीज इस सड़क से आने-जाने से बचते हैं। इसके अलावा तीसरा गेट मोर्चरी के साथ में है। यहां पर भी रैंप टूटा हुआ है। अब रैंप को तो बनवा दिया गया है लेकिन सड़क की ओर वाला रैंप अभी भी टूटा हुआ है। तीनों गेट में से किसी से भी आने पर मरीजों को खराब रैंप और टूटी सड़कों के कारण झटके झेलने पड़ते हैं। सबसे अधिक परेशानी गंभीर मरीजों को होती है। परिसर में सड़कों की हालत दयनीय
नागरिक अस्पताल के पूरे परिसर में सड़कों की हालत जर्जर है। इनकी मरम्मत हुए सालों गुजर गए। ओपीडी के सामने, आयुष विभाग और प्रशिक्षण केंद्र के सामने, पार्किंग के सामने, मोर्चरी के सामने और पीछे की ओर की सड़कों पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं। इससे यहां से आने-जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन टूटी सड़कों की काफी दिन से मरम्मत भी नहीं हुई है। नई बनी मुख्य सड़क को उखाड़ा गया था
करीब दो साल पहले मेनगेट से इमरजेंसी तक नई सड़क बनाई गई थी। सड़क बनने के बाद भी इस धूल उड़ती थी। परेशान होकर लोगों और कर्मचारियों ने इसकी शिकायत की थी। इसके बाद तत्कालीन उपायुक्त ने सड़क का निरीक्षण कर इसे उखाड़कर दोबारा बनाने के आदेश दिए थे। ठेकेदार ने सड़क की ऊपरी लेयर उखाड़कर इसे दोबारा बनाया था। अस्पताल के तीनों गेटों के रैंप ठीक करवाए जाएंगे। एडीसी को डी प्लान के तहत परिसर में सड़कों की मरम्मत के लिए पत्र लिखा गया था, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया। अब दोबारा से रिमाइंडर भेजी जाएगी, ताकि सड़कों को सुधारा जा सके।
- डा. जयभगवान जाटान, पीएमओ, नागरिक अस्पताल, सोनीपत