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भाइयों को राखी बांधने जाने में बहनों को बसों में करनी पड़ी मशक्कत

रक्षाबंधन पर्व पर भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनों को बसों में कड़ी मशक्कत उठानी पड़ी। स्टैंड परिसर व बसों में जहां दिनभर भारी भीड़ रहीं, वहीं महिला व अन्य यात्रियों के गर्मी व शहर में कई जगह जाम से पसीने छूटे। महिलाओं के साथ किशोरों व अन्य यात्रियों को सुविधा देने में रोडवेज ने लंबे रूटों पर भी सेवांए दी। वहीं आरटीए की निगरानी के बाद भी निजी बसों का परिचालन कम रहा। डेढ़ दिन में करीब सवा लाख महिलाओं व किशोरों ने रोडवेज की निशुल्क यात्रा का लाभ उठाया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Aug 2018 07:33 PM (IST)Updated: Sun, 26 Aug 2018 07:33 PM (IST)
भाइयों को राखी बांधने जाने में बहनों को बसों में करनी पड़ी मशक्कत
भाइयों को राखी बांधने जाने में बहनों को बसों में करनी पड़ी मशक्कत

जागरण संवाददाता, सोनीपत : रक्षाबंधन पर्व पर भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनों को बसों में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। स्टैंड परिसर व बसों में जहां दिनभर भारी भीड़ रहीं, वहीं महिला व अन्य यात्रियों के गर्मी व शहर में कई जगह जाम से पसीने छूटे। महिलाओं के साथ किशोरों व अन्य यात्रियों को सुविधा देने में रोडवेज ने लंबे रूटों पर भी सेवाएं दीं। वहीं आरटीए की निगरानी के बाद भी निजी बसों का परिचालन कम रहा। डेढ़ दिन(36 घंटे) में करीब सवा लाख महिलाओं व किशोरों ने रोडवेज की नि:शुल्क यात्रा का लाभ उठाया।

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रक्षाबंधन पर शनिवार दोपहर 12 बजे ही रोडवेज व निजी बसों में महिलाओं के साथ 15 वर्ष के किशोर की नि:शुल्क यात्रा शुरू हो गई थी। करीब 220 रोडवेज की बस शहरी व ग्रामीण रूटों पर लगाई गई। इसके चलते अन्य दिनों की अपेक्षा तीन से चार गुणा अधिक यात्री बस अड्डे पर दिखाई दिए, जिससे बहनों को भीड़ में भाइयों तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ी। कई रूटों पर तो यात्रियों को काफी देर तक बस आने का भी इंतजार करना पड़ा। रक्षाबंधन पर्व पर सड़कों पर आम दिन के बजाय अधिक वाहन दौड़ते नजर आए। इस कारण गोहाना रोड रेलवे ओवरब्रिज, एटलस रोड, ककरोई चौक, गीता भवन चौक, मामा- भांजा चौक, देवीलाल चौक, एटलस रोड, कालूपुर चुंगी, मुरथल चौक समेत शहर के अधिकतर स्थानों पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। रोडवेज महाप्रबंधक ने फोन कर मंगवाई निजी बसें

सरकार के आदेशानुसार रोडवेज के अलावा निजी बसों में भी बहनों के साथ 15 वर्षीय किशोर की यात्रा मुफ्त थी। इसके बावजूद कई निजी बस संचालक आदेशों से कन्नी काटते नजर आए। हालांकि आरटीए अधिकारियों की दिनभर बस स्टैंड पर निजी बसों पर नजर रखे रहे। इसके बावजूद कई ने बसों को बंद रखा था। इसकी जानकारी जब रोडवेज महाप्रबंधक जोगेंद्र रावल को लगी तो उन्होंने आरटीए अधिकारियों को फोन पर सूचना दी। इसके बाद कई संचालक स्टैंड में बसों को लेकर पहुंचे। बस अड्डे व रेलवे पर रहे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

त्योहार के मद्देनजर बस अड्डे व रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई थी। सामान के साथ बस अड्डे व रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की गहन चे¨कग की गई। इसके अतिरिक्त बसों व ट्रेनों की सीटों के नीचे भी बार-बार तलाशी अभियान चलाया गया। वहीं बस यात्रियों को भी असामाजिक तत्वों, संदिग्ध वस्तुओं आदि के प्रति जागरूक किया गया। बस अड्डा चौकी इंचार्ज एएसआइ धर्मबीर ¨सह के नेतृत्व में बस स्टैंड पर महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद रहीं। डिपो परिसर व बसों में महिला यात्रियों की हर सुविधा पर फोकस किया गया। इसके लिए कर्मचारियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई। दिनभर शहरी व ग्रामीण रूटों पर बसों के फेरे बढ़ाए गए। बसों में आम दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ थी। डेढ़ दिन में करीब सवा लाख महिलाओं व किशोरों को नि:शुल्क यात्रा दी गई।

जोगेंद्र रावल, रोडवेज महाप्रबंधक, सोनीपत।


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