बारिश से मौसम हुआ सुहाना, उमस से मिली राहत
शहर में शुक्रवार को करीब आधा घंटे तक बदरा जमकर बरसे, जिससे मौसम काफी सुहाना हुआ। वहीं, लोगों को उमस से भी राहत मिली। बारिश से जहां आमजन व किसानों को राहत मिली तो वाहन चालकों के लिए परेशानी बनी। बारिश से सड़कें जलमग्न हुई, जिससे जगह-जगह पानी भरा रहा। सड़कों पर भरे बारिश के पानी ने एक बार फिर प्रशासन के सफाई के दावों की पोल खोली।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : शहर में शुक्रवार को करीब आधा घंटे तक बदरा जमकर बरसे, जिससे मौसम काफी सुहाना हुआ। वहीं, लोगों को उमस से भी राहत मिली। बारिश से जहां आमजन व किसानों को राहत मिली तो वाहन चालकों के लिए परेशानी बनी। बारिश से सड़कें जलमग्न हुई, जिससे जगह-जगह पानी भरा रहा। सड़कों पर भरे बारिश के पानी ने एक बार फिर प्रशासन के सफाई के दावों की पोल खोली।
जिले में करीब 97 हजार हेक्टेयर भूमि में किसान धान की फसल उगाते हैं। कई जगह ¨सचाई के उचित साधन हैं तो काफी किसानों को धान की रोपाई के लिए बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है। जिले में फसलों की रोपाई-बुआई का कार्य भी पूरा हो गया है। ऐसे में अब किसानों के लिए बारिश होना जरूरी है। हालांकि अभी तक किसानों के अनुरूप बारिश नहीं हुई है। किसान लगातार अच्छी बारिश की संभावना जता रहे हैं। शुक्रवार को किसानों को बारिश ने राहत दिलाई। शहर में करीब आधा घंटे तक हुई 40 एमएम तो गन्नौर में भी 11 एमएम बारिश हुई। गोहाना व खरखौदा के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को बारिश न होने से निराशा हाथ लगी। एक बार फिर खुली प्रशासन की पोल
शहर में जब भी बारिश होती है तो प्रशासन के दावों की पोल खुलती है। शुक्रवार को हुई 40 एमएम बारिश ने एक बार फिर प्रशासन के नालों, सीवर आदि की सफाई के दावों की पोल खोली। बारिश से गोहाना रोड, छोटूराम चौक, ककरोई चौक, शनि मंदिर रोड समेत अन्य सड़कों पर पानी भर गया। इससे वाहन चालकों को आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश फसलों के लिए काफी लाभदायक है। इस समय हुई बारिश खेतों में फसलों के लिए खाद की तरह काम करेगी। साथ ही किसान यह भी ध्यान रखें कि अधिक समय तक फसलों में पानी जमा न हो।
डॉ. अनिल सहरावत, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत।