अब नहीं करानी पड़ेगी टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी
शहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब सौर ऊर्जा से बनने वाली बिजली का प्रयोग होगा, भवन की छत पर लगाए गए पैनल ने काम करना शुरू कर दिया है। अब सीएचसी में बिजली न होने पर मोबाइल टार्च से डिलीवरी करवाने की जरूरत नहीं होगी। पहले बिजली न होने से अकसर इस प्रकार की परेशानी से दो-चार होना पड़ता था। खरखौदा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब सौर ऊर्जा से बनी हुई बिजली का प्रयोग किया जाएगा
हरीश भौरिया, खरखौदा
शहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब सौर ऊर्जा से बनने वाली बिजली का प्रयोग होगा, भवन की छत पर लगाए गए पैनल ने काम करना शुरू कर दिया है। अब सीएचसी में बिजली न होने पर मोबाइल टार्च से डिलीवरी करवाने की जरूरत नहीं होगी। पहले बिजली न होने से अकसर इस प्रकार की परेशानी से दो-चार होना पड़ता था।
खरखौदा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब सौर ऊर्जा से बनी हुई बिजली का प्रयोग किया जाएगा। सौर ऊर्जा पैनल से 120 बैट्रियों को जोड़ा गया है, ताकि आपात स्थिति में भी सीएचसी की बत्ती गुल नहीं हो। इसका सीधा फायदा यहां पर आने वाले मरीजों को मिलेगा। सीएचसी में नहीं है हॉट लाइन सुविधा
सीएचसी के नए भवन को बने हुए पांच वर्ष का समय हो चुका है, लेकिन लंबे समय से चली आ रही मांग के बावजूद यहां पर हॉट लाइन सुविधा नहीं दी गई है। इसके कारण घंटों बिजली गुल रहने पर सीएचसी की बिजली व्यवस्था भी चरमरा जाती थी। ऐसा कई बार हुआ कि चिकित्सकों को रात के समय मोबाइल की टार्च से डिलीवरी करवानी पड़ी थी। सीएचसी में लगाए गए सौर ऊर्जा के पैनल ने 120 बैट्रियों के साथ काम करना शुरू कर दिया है। इस सुविधा के काम करने का फायदा हास्पिटल में आने वाले मरीजों को मिलेगा। एक्स-रे व अन्य टेस्ट के लिए अब बिजली न होने पर मरीजों को इंतजार नहीं करना होगा।
-डॉ. मीनाक्षी शर्मा, एसएमओ, सीएचसी, खरखौदा