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खनन का विरोध करने वालों पर 20 लाख की रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज

मुरथल थानाक्षेत्र में यमुना किनारे खनन करने वालों ने ग्रामीणों पर रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। ग्रामीण खनन को अवैध बताकर और एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर विरोध कर रहे थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 07:29 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 07:29 PM (IST)
खनन का विरोध करने वालों पर 20 लाख की रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज
खनन का विरोध करने वालों पर 20 लाख की रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज

जागरण संवाददाता, सोनीपत : मुरथल थानाक्षेत्र में यमुना किनारे खनन करने वालों ने ग्रामीणों पर रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। ग्रामीण खनन को अवैध बताकर और एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर विरोध कर रहे थे। मंगलवार को सौ से ज्यादा ग्रामीणों ने तटबंध से होकर रेत भरे वाहनों के निकलने का विरोध किया था। दोपहर में मुरथल थाना पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर वापस भेज दिया था। उसके बाद शाम को चार ग्रामीणों के खिलाफ रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज की गई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों के तीन सदस्यीय दल ने एसपी से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।

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मीमारपुर चौकी क्षेत्र के गांव जैनपुर के सामने यमुना में बालू का खनन किया जा रहा है। खनन का कार्य योद्धा माइंस कंपनी कर रही है। कंपनी के मैनेजर रवि ढाका ने पुलिस को बताया कि जैनपुर के ग्रामीणों को भड़काकर कुछ लोग रंगदारी मांग रहे हैं। मंगलवार को गांव के कई लोग खदान में पहुंचे और वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी। उनकी मांग थी कि पहले 20 लाख रुपये दिए जाए। जब तक 20 लाख रुपये नहीं मिलते हैं खनन वाहनों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा। रोहतक के सुडाना गांव निवासी रवि ढाका ने बताया कि जैनपुर के सोनू, दिनेश, जयराम और सुरेश के साथ कई ग्रामीण रंगदारी मांगते समय मौजूद थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि एनजीटी, सुप्रीम कोर्ट और पर्यावरण मानकों को ताक पर रखकर खनन किया जा रहा है। ग्रामीण सुरेश कुमार ने बताया कि तटबंध से होकर अवैध खनन के ट्रक निकाले जा रहे हैं। इससे बाढ़ का खतरा है। किसी हालत में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। सभी ग्रामीण एकजुट होकर इसका विरोध कर रहे हैं। सात अक्टूबर को ही डीसी, एसपी, सिचाई विभाग व खनन विभाग के आफिस में शिकायत दे चुके हैं। ग्रामीणों ने एसपी से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। एसपी ने ग्रामीणों को निष्पक्ष जांच कराने का भरोसा दिया। ग्रामीण रंगदारी की रिपोर्ट को खनन माफिया और पुलिस की मिलीभगत से दबाव बनाने की राजनीति बता रहे हैं।


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