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श्रमिक के बेटे ने किया टॉप, अब आइएएस अधिकारी बनने की चाहत

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से शुक्रवार शाम जारी किए गए दसवीं कक्षा के परिणाम में एक बार फिर लड़कियों ने बाजी मारी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 10:48 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 06:18 AM (IST)
श्रमिक के बेटे ने किया टॉप, अब आइएएस अधिकारी बनने की चाहत

जागरण टीम, सोनीपत : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से शुक्रवार शाम जारी किए गए दसवीं कक्षा के परिणाम में एक बार फिर लड़कियों ने बाजी मारी। जिले में प्रथम स्थान पर एक लड़का रहा, लेकिन तीन लड़कियां और एक लड़का संयुक्त रूप से दूसरे स्थान और तीसरे स्थान पर दो लड़कियों का कब्जा रहा। इस परीक्षा में गोहाना निवासी श्रमिक के बेटे सोमिन ने 500 में से 495 अंक हासिल कर जिले में टॉप किया। इससे विद्यार्थियों के साथ ही उनके स्वजनों और स्कूल में खुशी का माहौल हुआ है। टॉपर सोमिन ने बिना ट्यूशन के पाई सफलता

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गोहाना निवासी सोमिन शहर में गुढ़ा रोड स्थित जवाहर लाल नेहरू स्कूल के छात्र हैं। सोमिन ने परीक्षा में 495 अंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया है। उन्होंने कभी ट्यूशन नहीं लगाया, बल्कि स्कूल से रोजाना घर लौटने के बाद पांच से छह घंटे तक पढ़ाई की। सोमिन ने बताया कि गणित के अध्यापक सुरेश अकसर उसे प्रोत्साहित करते थे। कई बार उन्हें अतिरिक्त कक्षा में भी पढ़ाया जाता था और अलग से नोट्स दिए जाते थे। सोमिन के पिता राजबीर पांचाल एक दुकान पर श्रमिक हैं। राजबीर की तीन बेटी और एक बेटा है। मां सीमा गृहिणी हैं। सोमिन नर्सरी कक्षा से इसी विद्यालय का छात्र है। छठीं कक्षा से नौवीं तक वह टॉप-थ्री में रहा। सोमिन की प्रतिभा और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्कूल प्रबंधन फीस व दाखिले में उसे छूट दे रखी है। सोमिन ने कहा कि वह बड़ा होकर आइएएस अधिकारी बनकर देश व समाज की सेवा करना चाहता है। इस अवसर पर पिता राजबीर, मां सीमा, विद्यालय के संस्थापक रामकुमार शर्मा, एमडी सुनील शर्मा, प्राचार्य डॉ. सचिन शर्मा मौजूद रहे।

रोजाना पांच घंटे पढ़ाई से कीर्ति ने पाई सफलता

जिले में चार छात्राओं ने परीक्षा परिणाम में दूसरा स्थान हासिल किया है। चारों ही छात्राओं ने 494 अंक प्राप्त किए हैं। ये चारों एक अंक से प्रथम स्थान पर आने से चूक गईं। सोनीपत निवासी छात्रा कीर्ति शर्मा ककरोई रोड स्थित शिव मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा है। उनके पिता चेतराम शर्मा शास्त्री हैं और माता लक्ष्मी गृहिणी हैं। कीर्ति के बड़े भाई और छोटी बहन पढ़ाई करती हैं। 494 अंक लेकर दूसरे स्थान पर रही कीर्ति का कहना है कि वह दिन में पांच घंटे पढ़ाई करती हैं। इसके लिए स्कूल से उन्हें हमेशा ही किताबें व स्टेशनरी मुहैया कराईं। अब वे आइएएस अधिकारी बनना चाहती है। न्यायिक अधिकारी बनना चाहती है ईशिका

गन्नौर के हैप्पी चाइल्ड हाई स्कूल की छात्रा ईशिका ने 494 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है। ईशिका एक साधारण परिवार से है। उनके पिता संजय मित्तल दुकानदार हैं, जबकि माता उषा देवी गृहिणी हैं। ईशिका ने बताया कि उन्हें यह स्थान उसके स्कूल के अध्यापकों और प्रबंधन के कारण मिला है। ईशिका का कहना है कि उसने परीक्षा के दौरान लगातार आठ से नौ घंटे तक पढ़ाई की और अच्छे अंक प्राप्त किए। वह न्यायिक अधिकारी बनना चाहती है, ताकि वह गरीब और जरूरतमंद लोगों को न्याय दिला सके। रितिक वशिष्ठ ने एनडीए को बनाया लक्ष्य

गन्नौर निवासी रितिक कुमार वशिष्ठ खेड़ी रोड स्थित शिवालिक पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल का छात्र है। उसने भी 494 अंकों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि वह एनडीए में जाकर देश की सेवा करना चाहता है। रितिक ने शिक्षकों के मार्गदर्शन, परिवार के सहयोग और अपनी मेहनत के बल पर ही उसने यह उपलब्धि हासिल की है। रितिक के पिता बलवान सिंह व माता राजरानी को आज अपने बेटे पर नाज है। रितिक ने बताया कि वह परीक्षा के दौरान रात को एक बजे और सुबह 5 बजे उठकर पढ़ाई करता था। सिर्फ अपनी अध्यापकों की ओर से मिले टिप्स ही उसकी पढ़ाई में सहायक बने। किसान की बेटी दीपिका रहीं द्वितीय

गांव बिचपड़ी स्थित लक्ष्मी मॉडर्न स्पो‌र्ट्स स्कूल की छात्रा दीपिका पुत्री रमेश ने 494 अंक प्राप्त करके जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया। दीपिका स्कूल में पढ़ने के साथ ट्यूशन पर भी जाती थी। उनके पिता रमेश किसान हैं और मां सुमित्रा गृहिणी हैं। उन्होंने दीपिका को मिठाई खिलाकर आशीर्वाद दिया। दीपिका ने बताया कि वह पढ़ाई करके आइपीएस अधिकारी बनना चाहती है। पुलिस अधिकारी बनना चाहती हैं तन्नू

गांव भावड़ स्थित आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा तन्नू पुत्री रामकरण ने जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। तन्नू ने 492 अंक प्राप्त किए। स्कूल के एमडी शमशेर, पिता रामकरण व शिक्षिका वेदवति ने तन्नू को सम्मानित किया। तन्नू ने कहा कि वे आइपीएस अधिकारी बनना चाहती है। डॉक्टर बनना चाहती हैं प्रियंका

गांव खेवड़ा निवासी प्रियंका बहालगढ़ स्थित देवऋषि वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा है। उन्होंने 492 अंक लेकर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। प्रियंका के पिता खेतीबाड़ी करके ही परिवार का गुजारा चलाते हैं। प्रियंका का कहना है कि उनकी इच्छा है कि वह डॉक्टर बने और लोगो की सेवा करे।

शाम को परिणाम देखने में आई परेशानी, सुबह वीडियो कॉल कर दी एक-दूसरे को बधाई

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से शुक्रवार देर शाम परीक्षा का परिणाम जारी किया था। इसके बाद बोर्ड की वेबसाइट रातभर व्यस्त रही। इससे विद्यार्थियों को परेशानी आई। शनिवार सुबह वेबसाइट पर परिणाम देखकर विद्यार्थी झूमे नजर आए। परिणाम देखने के बाद अधिकतर विद्यार्थियों ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से एक-दूसरे को बधाई दी।


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