ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने के लिए डीसीआरयूएसटी ने कसी कमर
कोरोना के वैश्विक संकट के चलते मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) ने ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने के लिए कमर कस ली है। विश्वविद्यालय प्रबंधन पारंपरिक ओएमआर और ओबीई तरीके से परीक्षा करवाने के लिए तैयार है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : कोरोना के वैश्विक संकट के चलते मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) ने ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने के लिए कमर कस ली है। विश्वविद्यालय प्रबंधन पारंपरिक, ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकग्रीशन) और ओबीई (ओपन बुक इग्जाम) तरीके से परीक्षा करवाने के लिए तैयार है। प्रबंधन अगले माह ओबीई के लिए मॉक टेस्ट भी करेगा। वहीं, परीक्षाओं को लेकर परीक्षा नियंत्रक ने पांच प्रस्ताव तैयार किए हैं। प्रबंधन का कहना है कि परीक्षाओं को लेकर अंतिम निर्णय प्रदेश सरकार के दिशानिर्देश पर लिया जाएगा।
लॉकडाउन के कारण अन्य शिक्षण संस्थानों की तरह डीसीआरयूएसटी में भी परीक्षाएं नहीं हो पा रही हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने अब विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने के निर्देश दिए हैं। इसी के मद्देनजर डीसीआरयूएसटी प्रबंधन अपनी तैयारी कर रहा है। विश्वविद्यालय पारंपरिक, ओएमआर व ओबीई तरीके से भी परीक्षा का आयोजन कर सकता है। क्योंकि लॉकडाउन से पूर्व ही विश्वविद्यालय के माइनर टेस्ट पूर्ण हो चुके हैं और उनका मूल्याकंन भी किया जा चुका है। अब परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. एमएस धनखड़ ने पांच प्रस्ताव दिए हैं। पहला प्रस्ताव :
अगर विश्वविद्यालय 1 जून से सुचारू रूप से कार्य करने लगे तो 15 तक विशेष कक्षाओं का आयोजन होगा। 16 से पारंपरिक आधार पर परीक्षा का आयोजन और 15 जुलाई तक परिणाम घोषित होगा। 16 जुलाई से अगले सेमेस्टर की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी और 1 अगस्त से नया शैक्षणिक स्तर प्रारंभ हो जाएगा। दूसरा प्रस्ताव :
इसके तहत 15 जून से दो सप्ताह की विशेष कक्षाओं का आयोजन परीक्षाओं से पूर्व किया जाएगा। 1 जुलाई से पारंपरिक परीक्षाओं का आयोजन और 31 तक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। 1 से 10 अगस्त तक नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। तीसरा प्रस्ताव :
1 जुलाई से दो सप्ताह की विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। 16 से विश्वविद्यालय की पारंपरिक परीक्षा प्रारंभ हो जाएंगी। 15 अगस्त तक विश्वविद्यालय परिणाम घोषित कर देगा। 16 से 25 अगस्त तक नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। चौथा प्रस्ताव :
15 जुलाई से दो सप्ताह की विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। 26 जुलाई से ऑनलाइन परीक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी। ये परीक्षा ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकग्रीशन) आधारित होंगी। इसमें परीक्षा का परिणाम घोषित करने के लिए ओएमआर शीट को स्कैन करना पड़ेगा। 20 अगस्त तक विश्वविद्यालय परीक्षा का परिणाम घोषित कर देगा। 21 से 28 अगस्त तक नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। पांचवां प्रस्ताव :
20 अगस्त से ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। यह ऑनलाइन परीक्षा ओबीई (ओपन बुक इग्जाम) आधारित होगी। ओबीई में परीक्षार्थी कहीं से भी डेस्कटॉप, लैपटॉप व मोबाइल के माध्यम से अपने घर से बैठकर परीक्षा दे सकते हैं। इसमें परीक्षा का परिणाम जल्दी आता है। 1 सितंबर तक विश्वविद्यालय का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा की तकनीकी टीम ओबीई परीक्षा प्रणाली पर कार्य कर रही है। अगले माह में विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा ओबीई आधारित परीक्षा का मॉक टेस्ट करेगी। 2 से 14 सितंबर तक नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया चलेगी। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत विश्वविद्यालय परीक्षा में बहुविकल्पीय व वस्तुनिष्ठ प्रश्न परीक्षार्थियों से पूछे जाएंगे। विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा हर परिस्थिति के अनुसार परीक्षा कराने में सक्षम है। विश्वविद्यालय पारंपरिक, ओएमआर व ओबीई आधारित परीक्षा का आयोजन कर सकता है। परीक्षा नियंत्रक के भी परीक्षाओं को लेकर पांच प्रस्ताव मिले हैं। अंतिम निर्णय प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार लिया जाएगा।
- प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत, कुलपति, डीसीआरयूएसटी, सोनीपत