42 लाख रुपये ठगने वाला चौथा आरोपी करीब तीन साल बाद गिरफ्तार
सदर थाना क्षेत्र के गांव बड़वासनी में एक युवक को टेलीकॉम कंपनी में हिस्सेदारी का झांसा देकर दिल्ली के व्यक्ति ने 2017 में 42 लाख रुपये की ठगी की थी।
जागरण संवाददाता, सोनीपत:
सदर थाना क्षेत्र के गांव बड़वासनी में एक युवक को टेलीकॉम कंपनी में हिस्सेदारी का झांसा देकर दिल्ली के व्यक्ति ने 2017 में 42 लाख रुपये की ठगी की थी। इस मामले में पुलिस ने चौथे आरोपित को दबोच लिया है। आरोपित दिल्ली के पहाड़गंज का रहने वाला शिवशंकर त्रिपाठी है। पुलिस ने आरोपित को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है। इस मामले में तीन व्यक्ति पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
गांव बड़वासनी निवासी प्रदीप कुमार ने 22 अगस्त, 2017 को सिटी थाना पुलिस को बताया था कि उसकी मुलाकात उत्तर प्रदेश के अमेठी निवासी विनय मिश्रा से हुई थी। फिलहाल वह दिल्ली के पहाड़गंज में रहता है। विनय पहले अपने परिवार के साथ सोनीपत में किराए पर रहता था। उसने बताया था कि वह विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों का डिस्ट्रीब्यूटर है। वह डिस्ट्रीब्यूटरशिप में हिस्सेदारी करा सकता है। उसने उसे इस काम में मोटा मुनाफा होने का झांसा दिया था। इसके चलते उससे नौ लाख 90 हजार रुपये एक बैंक खाते में डलवाए थे। उसके बाद उसने समय-समय पर बैंक खातों में 30 लाख 35 हजार रुपये की राशि डलवा ली थी।
इसके अलावा मई, 2017 तक उससे आरोपी करीब 12 लाख रुपये नकद भी ले चुका था। बाद में उसे लगा था कि आरोपित ठगी कर रहा है। उसके बाद आरोपितों ने जान से मारने की धमकी देनी शुरू कर दी थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस मामले में गीता भवन चौकी पुलिस ने आरोपित विनय मिश्रा, अमित मिश्रा व बब्बन प्रसाद को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब मामले में एएसआई चैन सिंह की टीम ने विनय मिश्रा के मामा शिवशंकर त्रिपाठी को दबोच लिया है। उसे एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
वर्जन..
टेलीकॉम कंपनी की डिस्ट्रीब्यूटरशिप में हिस्सेदारी के नाम पर ठगी करने के मामले में चौथे आरोपी को काबू किया गया है। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
- चैन सिंह, जांच अधिकारी, गीता भवन चौकी