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पानी के दुरुपयोग पर चलेगा महिलाओं का डंडा

पानी बचाने और शुद्ध पेयजल के अभियान की कमान महिलाएं संभालेंगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 07:02 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 06:18 AM (IST)
पानी के दुरुपयोग पर चलेगा महिलाओं का डंडा
पानी के दुरुपयोग पर चलेगा महिलाओं का डंडा

जागरण संवाददाता, सोनीपत : जल संरक्षण में अब महिलाएं अहम भूमिका निभाएंगी। हर घर को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने और पानी के दुरुपयोग रोकने के लिए शासन-प्रशासन ने महिलाओं के हाथों में कमान दी है। जिले में पचास फीसद ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण को महिला समितियां गठित की जाएंगी और अन्य गांवों की समितियों में आधी महिलाएं होंगी। पानी का दुरूपयोग रोकने को जागरूक करेंगी। इसके साथ ही पानी का दुरुपयोग करने वालों की रिपोर्ट तैयार करेंगी। उसके आधार पर पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

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हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के साथ ही पानी का दुरुपयोग रोकने का अभियान अब गांव स्तर पर चलाया जाएगा। प्रशासन ने इसकी कमान महिलाओं को सौंपी है। अधिकारियों का मानना है कि महिलाएं अपने कर्तव्य के प्रति गंभीर होती हैं और गांव में ज्यादा समय रहकर लोगों से संवाद रखती है। इसके लिए अब गांवों में कमेटियां बनाई जाएंगी। जिले के पचास फीसद गांवों में महिला समितियां होंगी। इनकी अध्यक्ष से लेकर सदस्य तक सभी महिला होंगी। इनके अलावा अन्य गांवों में बनाई जाने वाली कमेटियों के आधे सदस्य महिला होंगी। गांवों में पेयजल की उपलब्धता को हर घर तक पानी उपलब्ध कराने और सीवर की व्यवस्था की योजना इनके द्वारा प्रस्तावित की जाएंगी।

जल मिशन के साथ ही इनकी महत्वपूर्ण भूमिका जल संरक्षण पर होगी। इसके लिए गांवों में महीने में दो बार नुक्कड़ सभाओं का आयोजन कर लोगों को पानी का दुरुपयोग न करने को प्रेरित किया जाएगा। इसमें पानी के प्रयोग के बाद टोंटी को बंद रखना, लीकेज होने वाली टोंटियों को ठीक कराने को प्रेरित करना, कपड़े धुलाई के बाद पानी को घर की क्यारियों में प्रयोग करना, जल संचय को घरों में एक कच्चा गड्ढा बनवाना, शुद्ध पानी से घरों के फर्श व वाहन न धोने के लिए प्रेरित करना आदि शामिल हैं। इसके बावजूद जिन परिवारों में पानी का लगातार दुरुपयोग होता मिलेगा, उनकी रिपोर्ट ग्राम सचिव के माध्यम से खंड विकास अधिकारी को सौंपी जाएगी। वहां से ऐसे परिवारों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। दो सप्ताह में गांवों में वीडब्ल्यूएससी (ग्राम जल एवं सीवर कमेटी) का गठन कराकर काम शुरू कराया जाएगा। ग्राम सचिव हर महीने इसकी रिपोर्ट विकास खंड अधिकारी के माध्यम से उपायुक्त कार्यालय को भेजी जाएगी। प्रत्येक घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के साथ ही पानी बचाना भी महत्वपूर्ण है। लोगों को पानी का दुरुपयोग रोकने को प्रेरित किया जाएगा। उनको पानी का महत्व समझाया जाएगा। इसकी कमान महिलाओं को सौंपी गई है। पानी का दुरुपयोग करने वालों पर महिला समितियों के माध्यम से 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही जल संचय अभियान और वर्षा जल के संचय में इन कमेटियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

. रूपेंद्र मलिक, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी।


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