पेयजल दुरुपयोग के नोटिस का नहीं दिया जवाब
पेयजल का दुरुपयोग करने वालों ने विभाग के नोटिस का जवाब भी नहीं दिया है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : पेयजल का दुरुपयोग करने वालों ने विभाग के नोटिस का जवाब भी नहीं दिया है। पानी को बेवजह बहाने वाले 1370 लोगों को नोटिस भेजे गए थे, उनमें से केवल दो ने ही उत्तर दिया है। बाकी लोगों ने पानी को बेवजह बहाना भी नहीं छोड़ा है। इसके साथ ही पानी बहाने वाले 600 से ज्यादा आरोपितों पर कार्रवाई की फाइल अभी अधिकारियों के पास भी स्वीकृति को पड़ी हैं।
शहर में पेयजल की किल्लत है। लोगों को यमुना और नहर से पानी लाकर पिलाया जा रहा है। पानी बचाने के लिए लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है। उसके बावजूद कई लोग पानी का दुरुपयोग कर रहे हैं। घरों का फर्स व कार पाइप लगाकर पेयजल से धोने के साथ ही पानी को बेवजह सड़कों पर बहाया जा रहा है। जन स्वास्थ्य विभाग के अभियंता ओपी योगी ने बताया कि विभाग की टीम भेजकर पानी का दुरुपयोग करने वालों की सूची तैयार कराई गई थी। पांच बार में आई सूची में 1370 लोग पानी का दुरुपयोग करने के आरोपित पाए गए। इनको नोटिस जारी करके पानी बहाने पर कारण स्पष्ट करने को कहा गया। इनको 15 दिन का समय दिया गया था। तीन महीने का समय बीतने के बाद भी केवल दो ही लोगों ने जबाव दिया है। जीवन नगर निवासी भरत सिंह और मुरथल अड्डा निवासी हरेंद्र ने अपने उत्तर में पानी बहाने की गलती स्वीकार करते हुए भविष्य में ऐसा न करने का भरोसा दिया है। इनके अलावा किसी अन्य ने नोटिस का उत्तर नहीं दिया है। इनमें से करीब 600 लोगों पर जुर्माना लगाया जाना है। इनकी फाइल विभिन्न स्तर पर अधिकारियों के आफिसों में अटकी हुई हैं। वहां से स्वीकृति मिलते ही इन पर कार्रवाई की जाएगी।
पानी को व्यर्थ बहाने की आदत तत्काल छोड़नी होगी। खुद पानी बचाए और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें। हम इसके लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। पानी बहाने वालों पर हर हाल में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नोटिस का उत्तर न देने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
- सुरेंद्र सिंह, एसडीओ , जन स्वास्थ्य विभाग।