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जांच रिपोर्ट लेने के लिए मरीजों को नहीं काटने होंगे अस्पताल में चक्कर

जिला नागरिक अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से राहत भरी खबर है। अब मरीजों को जांच रिपोर्ट लेने के लिए अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उनकी जांच रिपोर्ट अब सीधे संबंधित डॉक्टर के पास ऑनलाइन होगी। इसके लिए विभाग ने अस्पताल में ई-उपचार सॉफ्टवेयर शुरू किया है। इस सॉफ्टवेयर पर एक क्लिक करते ही डॉक्टर मरीज की पूरी फाइल देख सकेंगे जिससे उन्हें काफी आसानी होगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Mar 2019 05:48 PM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 05:48 PM (IST)
जांच रिपोर्ट लेने के लिए मरीजों को नहीं काटने होंगे अस्पताल में चक्कर
जांच रिपोर्ट लेने के लिए मरीजों को नहीं काटने होंगे अस्पताल में चक्कर

भूपेंद्र धुरान, सोनीपत

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जिला नागरिक अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से राहत भरी खबर है। अब मरीजों को जांच रिपोर्ट लेने के लिए अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उनकी जांच रिपोर्ट अब सीधे संबंधित डॉक्टर के पास ऑनलाइन होगी। इसके लिए विभाग ने अस्पताल में ई-उपचार सॉफ्टवेयर शुरू किया है। इस सॉफ्टवेयर पर एक क्लिक करते ही डॉक्टर मरीज की पूरी फाइल देख सकेंगे, जिससे उन्हें काफी आसानी होगी।

200 बेड के नागरिक अस्पताल में हर रोज करीब 1400 मरीजों की ओपीडी होती है। अब तक मरीज डॉक्टर से चेकअप कराने के बाद संबंधित लैब में जांच कराता है। उसके बाद वह जांच लेकर दोबारा डॉक्टर के पास उसे दिखाता है। कई बार तो रिपोर्ट न मिलने से मरीजों को चक्कर भी लगाने पड़ते हैं। इससे उन्हें काफी परेशानी होती है। मरीजों की इसी परेशानी को देखते हुए अब विभाग ने पेपरलेस तरीके से कार्य करने का निर्णय लिया है। इसके लिए विभाग ने ई-उपचार सॉफ्टवेयर चालू किया है। इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी। इस तरह करेगा सॉफ्टवेयर कार्य :

विभाग की ओर से ई-उपचार सॉफ्टवेयर पर हर डॉक्टर व संबंधित लैब की यूजर आइडी बनाई है। इसके लिए संबंधित कर्मचारी व डॉक्टर को अलग-अलग पासवर्ड दिया है। सबसे पहले संबंधित डॉक्टर के पास मरीज की सूची दिखेगी, जिसके तहत डॉक्टर उसकी जांच करेंगे। इसके बाद जो भी जांच लिखी जाएगी, उसे करते हुए संबंधित कर्मचारी को वह ऑनलाइन दर्ज करनी होगी। इसके बाद मरीज को रिपोर्ट लेने की आवश्यकता नहीं होगी। जब मरीज दोबारा से डॉक्टर के पास चेकअप के लिए जाएंगे तो उसकी पूरी जांच रिपोर्ट सॉफ्टवेयर से खुलेगी। अगर मरीज को जांच रिपोर्ट लेनी है तो उसे कंप्यूटराइज पर्ची दी जाएगी। इसके अलावा डॉक्टर भी अपने मरीज की फीडबैक ले सकेंगे और उनका रिकॉर्ड हमेशा ऑनलाइन रहेगा। मरीजों को अस्पताल में बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए विभाग कार्य कर रहा है। इसी के तहत अब पेपरलेस प्रक्रिया शुरू की है। इससे न केवल मरीजों को सुविधा मिलेगी, बल्कि डॉक्टरों को भी अपने मरीज की हर जानकारी रहेगी।

डॉ. जसवंत पूनिया, सिविल सर्जन, सोनीपत।


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