दूसरे राज्यों की संस्थाओं के शिविरों पर रोक लगाते ही बढ़ी ब्लड बैंक में रक्त की मात्रा
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के लोगों के लिए काफी राहत भरी खबर है। अब लोगों को आपात समय में रक्त के लिए इधर-उधर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। मरीजों को अब जिला ब्लड बैंक में हर समय रक्त मिलेगा। विभाग द्वारा जिले में दूसरे राज्यों की संस्थाओं के शिविर लगाने पर पाबंदी करते ही यह सुविधा बढ़ गई है। इससे न केवल निजी अस्पतालों को भी रक्त लेने में आसानी हुई है, बल्कि ब्लड बैंक ने नेशनल में भी बेहतर स्थान पाया है।
भूपेंद्र धुरान, सोनीपत
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के लोगों के लिए काफी राहत भरी खबर है। अब लोगों को आपात समय में रक्त के लिए इधर-उधर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। मरीजों को अब जिला ब्लड बैंक में हर समय रक्त मिलेगा। विभाग द्वारा जिले में दूसरे राज्यों की संस्थाओं के शिविर लगाने पर पाबंदी करते ही यह सुविधा बढ़ गई है। इससे न केवल निजी अस्पतालों को भी रक्त लेने में आसानी हुई है, बल्कि ब्लड बैंक ने नेशनल में भी बेहतर स्थान पाया है।
स्वास्थ्य विभाग ने जिला नागरिक अस्पताल में ब्लड बैंक स्थापित किया गया है। इस ब्लड बैंक में हर साल करीब 3500 यूनिट रक्त संकलित होता है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार रक्त की मांग को देखते हुए यह संख्या काफी कम है। रक्त की कमी पूरी करने के लिए ब्लड बैंक निजी अस्पतालों से रक्त रिप्लेसमेंट (लेन-देन) किया जाता था। जिले में रक्त की कमी होने का मुख्य कारण दूसरे राज्यों की संस्थाओं द्वारा बगैर अनुमति रक्तदान शिविर लगाना था। हालात यह थे कि इस वर्ष दूसरे राज्यों की संस्थाएं शिविर लगाकर 4000 हजार से ज्यादा यूनिट रक्त जिले से लेकर गई। विभाग को जब इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने प्राथमिकता पर संस्थाओं द्वारा रक्त का बिजनेस करना पाया गया। इस पर पिछले दिनों विभाग ने उनके शिविरों पर पाबंदी लगा दी। अब हालात यह हैं कि ब्लड बैंक में रक्त यूनिट की मात्रा करीब 4000 पहुंच गई है। निजी अस्पतालों को बगैर रिप्लेसमेंट के रक्त दिया जा रहा है। इतना ही नहीं ब्लड बैंक ने नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस की तीन के अलावा नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल (एनएबीएच) की भी तीन रिपोर्ट में सर्वोत्तम स्थान मिला है। इससे मरीजों को काफी लाभ मिला है। रक्त संकलन में पिछले दिनों काफी दिक्कतें आ रही थी। बाहरी संस्थाओं के शिविरों के कारण रक्त नहीं मिल रहा था। अब उनके शिविरों पर रोक लगाने के बाद रक्त की मात्रा बढ़ी है। जिला ब्लड बैंक के अलावा, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां, पीजीआइ, रोहतक को आसानी से रक्त मिल रहा है। साथ ही जिले ने नेशनल में भी बेहतर स्थान प्राप्त किया है।
डॉ. संजय वर्मा, ब्लड बैंक प्रभारी, सोनीपत